रवि शुक्ला. मुंगेली. बड़े शहरों में भले ही पिज्जा की आधे घंटे में होम डिलीवरी हो जाती हो. मगर दुखद पलों में भी इंतजार की हद तो मुंगेली जिला में देखने को मिला है. सड़क दुर्घटना में मौत के बाद युवक का 16 घंटे बाद पोस्टमार्टम किया गया. गरीब परिजनों के दर्द की इंतहा तो तब हो गई जब जैसे-तैसे पोस्टमार्टम होने के बाद शव वाहन के लिए फिर 6 घंटे का इंतजार करना पड़ा. बाद में मीडियाकर्मियों के दबाव के बाद पीड़ित परिजन को बमुश्किल शव वाहन उपलब्ध हुआ.

अब आप मामले को जरा विस्तार से समझ लीजिए. दरअसल बीते कल गुरुवार दोपहर मुंगेली-रायपुर मुख्यमार्ग में धान से भरे ट्रक की चपेट में आकर कोसमतरा गांव के युवक धनेश्वर यादव की मौत हो गई. दुर्घटना की सूचना के बाद कोतवाली पुलिस ने मृतक के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए मर्च्युरी भेज दिया. मर्च्युरी में स्टाफ कम होने का हवाला देकर दोपहर से पहुंचे शव का अगले दिन सुबह पोस्टमार्टम किया गया. परिजन पोस्टमार्टम के लिए मिन्नतें करते रहे. गुरुवार को ही सूर्यास्त के पहले पोस्टमार्टम किया जा सकता था.

अगले दिन जब बमुश्किल पोस्टमार्टम हो गया तो फिर गरीब परिवार को शव वाहन के लिए 6 घंटे का इंतजार करना पड़ा. दुखद क्षणों में भी गरीब पर किसी ने तरस नहीं खाया. शहर के किसी जनप्रतिनिधि को इस बात की ना ही जानकारी है, ना किसी ने मदद करने की कोशिश की, यह समझ से परे है. मानवता को तार-तार करने वाली इस घटना की जानकारी के बाद लल्लूराम डॉट कॉम के संवाददाता ने जिला चिकित्सालय के सिविल सर्जन आर. के. भूआर्य से बात की. भूआर्य ने कहा कि पुरे जिले में सिर्फ एक ही शव वाहन है. जिसके चलते भारी परेशानी हो रही है. एक ही चालक होने के चलते कुछ व्यवधान उतपन्न हो रहा है. जिसके लिए संबंधित अधिकारियों को अवगत कराया जाएगा.