कोलकाता. एक दूसरे के धुर विरोध माने जाने वाली दो पार्टियां भाजपा और भाकपा ने पश्चिम बंगाल में हो रहे पंचायत चुनाव में हाथ मिला लिए हैं. तृणमूल कांग्रेस को रोकने के लिए दोनों विरोधी पार्टियों ने राज्य के नदिया जिले में गठजोड़ किया है.

माकपा के जिला स्तर के एक नेता ने इसे ‘सीट बांटने के लिए एक औपचारिक सामंजस्य’ बताते हुए कहा कि पार्टी को कई सीटों पर ऐसा करना पड़ा क्योंकि कई गांववाले तृणमूल के खिलाफ आर-पार की लड़ाई चाहते थे. माकपा भाजपा को अकसर ‘विभाजनकारी ताकत’ बताती रही है. भाजपा की नदिया जिला शाखा के अध्यक्ष ने इसे एक ‘अकेला मामला’ बताया है. दोनों दलों के बीच बने इस नए समीकरण का प्रदेश कि सियासत में कतना असप पड़ेगा देखने वाली बात है. पश्चिम बंगाल राज्य चुनाव आयोग के सूत्रों के अनुसार 3,358 ग्राम पंचायतों की 48,650 सीटों में से 16,814 पर निर्विरोध चुनाव हो रहा है, वहीं 341 पंचायत समितियों की 9,217 में से 3,059 पर एक ही प्रत्याशी मैदान में है.