रायपुर. दुर्ग जिले के भिलाई में फैलते डेंगू के कहर के मद्देनजर लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग ने रायपुर और दुर्ग राजस्व संभागों के सभी शहरों में पेयजल गुणवत्ता की जांच अपनी प्रयोगशालाओं में करवाने का निर्णय लिया है. विभाग ने अपने कार्यपालन अभियंताओं को इन शहरों में नगरीय निकायों की सार्वजनिक जल प्रदाय योजना के तहत लोगों को मिल रहे पानी की क्वालिटी का लगातार परीक्षण करते रहने के निर्देश दिए हैं.
पेयजल गुणवत्ता की जांच दोनों संभागों के सभी दस जिलों की दस जिला स्तरीय प्रयोगशालाओं में और ग्यारह उपखण्ड स्तरीय प्रयोगशालाओं में की जाएगी.इस सिलसिले में विभागीय मंत्री रामसेवक पैकरा के निर्देश पर रायपुर परिक्षेत्र के मुख्य अभियंता लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग द्वारा दुर्ग संभाग के जिला – दुर्ग, बालोद, बेमेतरा, राजनांदगांव और कबीरधाम सहित रायपुर संभाग के बलौदाबाजार, गरियाबंद, रायपुर, महासमुंद और धमतरी स्थित अपने कार्यपालन अभियंताओं को परिपत्र जारी किया है.
मुख्य अभियंता डॉ. एम.एल. अग्रवाल ने परिपत्र में कहा है कि भिलाई और दुर्ग में डेंगू की बीमारी के फैलाव को देखते हुए लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के सचिव ने शहरी क्षेत्रों में नगरीय निकायों द्वारा दिए जा रहे पेयजल की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए कहा है. इसके लिए जिला स्तर और उपखण्ड स्तर पर विभागीय जल परीक्षण प्रयोगशालाओं में पेयजल की निरंतर जांच की जाए. जिन शहरों में पेयजल व्यवस्था सतही जल स्त्रोत पर आधारित है, वहां जल वितरण प्रणाली से दिए जाने वाले पानी में रेसिड्यूल क्लोरिन की उपलब्धता भी सुनिश्चित की जाए और स्वच्छ पानी में क्लोरिन की मात्रा बढ़ाने के लिए भी तत्काल कार्रवाई शुरू की जाए.
परिपत्र में कार्यपालन अभियंताओं से कहा गया है कि पेयजल – परीक्षण की रिपोर्ट संबंधित जिला कलेक्टरों और नगरीय निकायों को नियमित रूप से दी जाए. परिपत्र में कार्यपालन अभियंताओं को ग्रामीण क्षेत्रों में भी पेयजल परीक्षण और शुद्धिकरण नियमित रूप से करते रहने के निर्देश दिए गए हैं. उल्लेखनीय है कि लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के रायपुर परिक्षेत्र के अंतर्गत दस जिला स्तरीय प्रयोगशालाएं – रायपुर, महासमुंद, गरियाबंद, धमतरी, बलौदाबाजार, राजनांदगांव, दुर्ग, कबीरधाम (कवर्धा), बालोद और बेमेतरा में संचालित हैं. इनके अलावा विभाग द्वारा ग्यारह उपखण्ड स्तरीय प्रयोगशालाएं भी संचालित की जा रही हैं. उपखण्ड स्तरीय प्रयोगशालाओं में अभनपुर (जिला-रायपुर), सरायपाली (जिला-महासमुंद), राजिम (जिला-गरियाबंद), नगरी (जिला-धमतरी), भाटापारा (जिला-बलौदाबाजार), छुईखदान और चौकी (जिला-राजनांदगांव), दुर्ग (जिला-दुर्ग), पंडरिया (जिला-कबीरधाम), डौंडी (जिला-बालोद) और साजा (जिला-बेमेतरा) शामिल हैं.