नई दिल्ली। आयकर विभाग ने मंगलवार को कर धोखाधड़ी में कथित संलिप्तता को लेकर महाराष्ट्र के नंदुरबार और धुले जिलों में दो व्यापारिक समूहों के 25 परिसरों की तलाशी ली। प्रारंभिक जांच से संकेत मिलता है कि इन दोनों समूहों ने 150 करोड़ रुपये तक की आय की चोरी की है। आईटी अधिकारियों ने कहा कि उन्होंने पांच करोड़ रुपये से अधिक नकद और उतने ही कीमत के आभूषण बरामद किये।

आयकर के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि ये समूह कंस्ट्रक्शन और भूमि विकास के कारोबार में लगे हुए थे।

अधिकारी ने कहा, “तलाशी अभियान ने नंदुरबार, धुले और नासिक में फैले 25 से अधिक परिसरों को कवर किया। तलाशी और जब्ती अभियान के दौरान कई आपत्तिजनक दस्तावेज, कागज और डिजिटल सबूत मिले और जब्त किए गए हैं।”

आईटी अधिकारी ने पाया कि ये ठेके परिवार के सदस्यों और उनके कर्मचारियों को देते थे, जिन्होंने इस संबंधित कोई काम नहीं आता था।

नगदी में हुए अघोषित खर्च के भी साक्ष्य जुटाए गए हैं। प्रारंभिक जांच से संकेत मिलता है कि इस समूह ने 150 करोड़ रुपये तक की आय की चोरी की है।

“हमने यह भी पाया कि जमीन के लेन-देन का एक बड़ा हिस्सा नकद में किया गया है, जिसका कोई हिसाब नहीं है। भूमि लेनदेन पर ‘ऑन-मनी’ की प्राप्ति और 52 करोड़ रुपये से अधिक के नकद ऋण के सबूत के दस्तावेज पाये गये हैं और जब्त कर लिये गये हैं।”