संदीप शर्मा, विदिशा। मध्यप्रदेश में टोल कर्मचारियों की दबंगई सामने आई है। कर्मचारियों ने सत्ताधारी पार्टी बीजेपी विधायक को रात में आधे घंटे तक रोके रखा। बुहत अनुनय -विनय करने के बाद विधायक को जाने नहीं दिया गया। घटना की जानकारी लगने पर कलेक्टर और एसपी मौके पर पहुंचे तब जाने दिया गया।

जानकारी के अनुसार घटना नेशनल हाइवे 752वी बीना ब्यावरा के नेवली टोल प्लाजा की है। जहां देर रात की घटना सिरोंज से बीजेपी विधायक उमाकान्त शर्मा से अभद्रता की गई। बताया जाता है कि उनकी गाड़ी टोल प्लाजा पर पहुंची तो ऑनलाइन पेमेंट नहीं हो पाया। इसके बाद विधायक शर्मा नकद पेमेंट करना चाहा तो, कर्मचारियों ने बताया प्रिंटर मशीन खराब है। टोल कर्मचारी उन्हें बिना पेमेंट जाने नहीं दिया। विधायक नकद पेमेंट लेने का आग्रह करते रहे किंतु उकी एक नहीं सुनी गई। विधायक हाथ जोड़कर टोल की रसीद काटने की मिन्नतें करते रहे। घटना की जानकारी मिलने पर लटेरी पुलिस सहित प्रशासन के आला अधिकारी टोल प्लाजा पहुंचे। सिरोंज विधायक उमाकान्त शर्मा ने कलेक्टर, एसपी सहित राजधानी के आला अधिकारियों को इसकी जानकारी दी।

गौरतलब है कि लटेरी से 2 किलोमीटर दूर नेशनल हाईवे पर बने इस टोल प्लाजा के उस तरफ 5 किलोमीटर लटेरी के कुछ गांव आते हैं। साथ ही धार्मिक स्थल मदागन होने के कारण स्थानीय लोगों का आना जाना लगा रहता है लेकिन इसके बाद ही टोल कर्मी स्थानीय लोगों से भी टोल वसूलते है, जिससे स्थानीय ग्रामीण नाराज है। सोमवार की रात भोपाल से लौटते समय अचानक स्थानीय विधायक उमाकांत शर्मा के साथ भी इसी तरह का व्यवहार किया गया।
वहीं इस घटना से यह साफ जाहिर हो गया कि टोल प्लाजा पर चोल कर्मचारियों की दबंगई चल रही है। विधायक द्वारा परिचय बताने और नकद भुगतान के आग्रह के बाद दुर्व्यवहार से सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है कि आम आदमियों के साथ कैसा व्यवहार करते होंगे।

यह भी बताया जाता है कि विधायक उमाकांत शर्मा सत्तापक्ष के और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के चहेते बताए जाते हैं। नेशलन हाइवे 752वी नेवली पर बने टोल प्लाजा पर आधे घंटे तक टोलकर्मियों ने निकलने नहीं दिया।

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