कपिल मिश्रा, शिवपुरी। स्वतंत्रता सेनानी और देश की पहली विधानसभा के सदस्य रहे लक्ष्मी नारायण गुप्ता का बुधवार को निधन ( Laxmi Narayan Gupta passed away) हो गया। 103 साल की उम्र में झांसी में अपने आवास पर अंतिम सांस ली।वे मध्य प्रदेश की पिछोर विधानसभा सीट से पांच बार विधायक रहे थे। दो बार कैबिनेट मंत्री रहे और राजस्व मंत्री का पद संभाला था। लक्ष्मी नारायण गुप्ता लोगों के बीच ‘नन्नाजी’ ( Nanaji ) के नाम से मशहूर थे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ( Prime Minister Narendra Modi) जब पिछले साल नवंबर महीने में जनजातीय सम्मेलन के लिए भोपाल आए थे, जब नन्नाजी से मुलाकात की थी। पीएम ने उनकी सेहत के बारे में पूछा और किसी भी किस्म की मदद की दरकार होने पर बेहिचक बताने को कहा था। इस दौरान पीएम ने लक्ष्मी नारायण गुप्ता के पैर छू कर उनसे आशीर्वाद लिया था।
लक्ष्मी नारायण जी गुप्ता का जन्म 6 जून 2918 को ईसागढ़ जिला अशोकनगर नामक स्थान पर हुआ था।आपके पिता का नाम पन्नालाल जी गुप्ता था। पिछोर में आप ने सबसे पहले न्याय विभाग में सेवा की साथ ही साथ अपना शिक्षण भी जारी रखा। युवावस्था में ही सावरकर के राष्ट्रीय एवं हिंदुत्ववादी विचारों से प्रेरणा लेकर हिंदू महासभा की शिवपुरी जिले की कमान अपने हाथों में ली थी। सावरकर और श्यामा प्रसाद मुखर्जी के साथ हिंदू महासभा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य रहे थे।
1948 में गांधी हत्याकांड ( Gandhi assassination in 1948) के समय पहली बार गिरफ्तार हुए थे। उसके बाद श्यामा प्रसाद मुखर्जी के आह्वान पर कश्मीर आंदोलन में भाग लेते हुए दिल्ली में सत्याग्रह करते हुए गिरफ्तारी पहले तैयार जेल में और बाद में फिरोजाबाद की जेल में बंद रहे ।गोवा आंदोलन में भी जेल गए थे।
माजिक आंदोलनों के कारण 6 बार गए थे जेल
‘नन्नाजी’ विभिन्न सामाजिक आंदोलनों में कुल मिलाकर 6 बार जेल गए थे। आपने अपने राजनीतिक कैरियर में सबसे पहले जिला सहकारी केंद्रीय बैंक का चुनाव लड़कर डायरेक्टर बने थे। 1952 में देश में पहली बार विधानसभा के चुनाव में पिछोर दक्षिण विधानसभा से निर्वाचित हुए थे। उसके बाद लगातार 4 चुनाव ऐतिहासिक अंतर से जीते थे।
विधानसभा चुनाव में कांग्रेस उम्मीदवार को रिकॉर्ड मतों से हराया था
नन्ना जी की लोकप्रियता का यह आलम था कि 1967 के आम चुनाव में सत्ताधारी दल कांग्रेस के उम्मीदवार को 2,4000 वोटों से चुनाव हराया था। 1990 के आम चुनाव में भी नन्ना जी ने कांग्रेस के उम्मीदवार को रिकॉर्ड 2,2000 मतों से चुनाव हराया था, जो मध्य प्रदेश की रिकॉर्ड जीत थी।
पिछोर में 50 साल पहले करवाई थी कॉलेज की स्थापना
नन्नाजी ने एक विकास पुरुष की भूमिका निभाते हुए शिवपुरी दतिया जिले की महत्वपूर्ण और नदी परियोजना पर बांध बनाए जाने की पहली बार मांग 1968 में की थी, जिसे 2018 में राज्य सरकार द्वारा मंजूरी दी गई थी। इसी प्रकार शिक्षा का महत्व समझते हुए नन्ना जी ने पिछोर में 50 साल पहले कॉलेज की स्थापना करवाई थी। उस समय जिला मुख्यालय पर भी कॉलेज नहीं हुआ करते थे। राजस्व मंत्री रहते हुए मध्य प्रदेश राजस्व संहिता के निर्माण में और राजस्व विभाग में कई सुधारों के लिए इन्हें याद किया जाता है।
जीवन की आखिरी सांस तक बिना लाठी के चलते रहे
जीवन की आखिरी सांस तक भी वह बिना चश्मे के पढ़ते थे और बिना लाठी के चलते थे। अपने पिछोर क्षेत्र की जनता के तत्पर रहते थे कि “बताओ मैं आपकी क्या मदद कर सकता हूं”! उनके जीवन के जितने सपने थे जिनमें मुख्य रुप से धारा 370 का हटना, राम मंदिर ( Ram Mandir) निर्माण यह सारे कार्य उनके सामने संपन्न होते दिख रहे थे।
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