India Global AI Hub Investment: भारत अब सिर्फ एक उभरती हुई अर्थव्यवस्था नहीं रहा, बल्कि दुनिया का सबसे तेज़ी से बढ़ता आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) हब बन गया है. यह दावा सरकारी प्रोपेगेंडा नहीं है, बल्कि ग्लोबल कंपनियों के बीच देखा गया एक ट्रेंड है जो भारत में अपना सबसे बड़ा निवेश कर रही हैं.
इस संबंध में, चार बड़ी कंपनियों – गूगल, मेटा, माइक्रोसॉफ्ट और अमेज़न – ने भारत में कुल ₹6 लाख करोड़ से ज़्यादा के निवेश की घोषणा की है. यह रकम AI युग के ग्लोबल मंच पर भारत को नई ऊंचाइयों पर ले जाने वाली है.
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अमेजन का बड़ा निवेश
ई-कॉमर्स दिग्गज अमेज़न ने घोषणा की है कि वह 2030 तक भारत में अपना निवेश बढ़ाकर ₹3.15 लाख करोड़ कर देगी. कंपनी पहले ही तेलंगाना और महाराष्ट्र में ₹1.14 लाख करोड़ के निवेश की घोषणा कर चुकी है.
2010 से, भारत में अमेज़न का कुल निवेश ₹3.32 लाख करोड़ तक पहुंच गया है. कंपनी देश भर में 1.2 लाख लोगों को रोज़गार देती है.
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भारत की ताकत: इंजीनियरिंग टैलेंट (India Global AI Hub Investment)
अमेरिकन थिंक टैंक ITIF की एक रिपोर्ट के अनुसार, भारत हर साल 800,000 से ज़्यादा इंजीनियरिंग ग्रेजुएट तैयार करता है, जो अमेरिका से लगभग छह गुना ज़्यादा है.
भारत ग्लोबल सेमीकंडक्टर डिजाइन वर्कफोर्स में भी 20% से ज़्यादा का योगदान देता है. यही वजह है कि ग्लोबल कंपनियाँ भारत को AI इनोवेशन बेस मानती हैं.
भारत ग्लोबल टेक हब बनने की तैयारी कर चुका है. सबसे पहले बात अमेज़न की करें तो कंपनी ने अपने प्लान को अचानक काफी बड़ा कर दिया है. अमेजन अब कुल ₹3.6 लाख करोड़ लगाने जा रही है. इसमें क्लाउड, डेटा सेंटर और AI इंटीग्रेशन जैसे सेक्टर सबसे बड़ी प्राथमिकता हैं. कंपनी का दावा है कि इससे देश में करीब 1.2 लाख नई नौकरियां निकलेंगी.
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मेटा भी पीछे नहीं है. उसने ₹900 करोड़ के निवेश की घोषणा की है. रिलायंस के साथ मिलकर मेटा भारत और बाहर दोनों जगहों के लिए AI सॉल्यूशन तैयार करना चाहती है. कंपनी पहले फेज में ही 100 मिलियन डॉलर लगा रही है, जो बताता है कि मार्क जुकरबर्ग भारत को कितना बड़ा बाजार मानते हैं.
माइक्रोसॉफ्ट का प्लान तो और भी बड़ा है. कंपनी अगले चार साल में ₹1.57 लाख करोड़ लगाने वाली है. यह एशिया में माइक्रोसॉफ्ट का अब तक का सबसे बड़ा निवेश है. पहले जो ₹27,000 करोड़ का प्लान था, उसे भी कंपनी ने एक्सपैंड कर दिया है. माइक्रोसॉफ्ट के भारत में पहले से ही 22,000 कर्मचारी हैं और अब फोकस क्लाउड, AI कंप्यूटिंग और डेटा इंफ्रास्ट्रक्चर पर होगा.
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गूगल भी एक बड़ा मास्टरप्लान लेकर आया है. कंपनी पाँच साल में ₹1.35 लाख करोड़ निवेश करेगी. आंध्र प्रदेश के विशाखापत्तनम में वह भारत का सबसे बड़ा AI हब और डेटा सेंटर बनाने जा रही है. खास बात यह है कि यह अमेरिका के बाहर गूगल का सबसे बड़ा AI/डेटा सेंटर कॉम्प्लेक्स होगा.
जैसे विदेशी कंपनियाँ भारी निवेश कर रही हैं, वैसे ही घरेलू कंपनियाँ भी मैदान में उतर चुकी हैं. अडानी ग्रुप ने ऐलान किया है कि वह अगले छह साल में ₹10 से 12 लाख करोड़ का निवेश करेगा. फोकस सेक्टर होंगे, इंफ्रास्ट्रक्चर, माइनिंग, रिन्यूएबल एनर्जी और पोर्ट्स-लॉजिस्टिक्स.
ग्रुप गुजरात के खावड़ा में दुनिया का सबसे बड़ा 30 GW का ग्रीन एनर्जी पार्क बना रहा है. बुधवार को गौतम अडानी और माइक्रोसॉफ्ट CEO सत्या नडेला की मुलाकात के बाद से यह चर्चा भी जोर पकड़ चुकी है कि दोनों के बीच AI और एनर्जी सेक्टर में कोई बड़ी साझेदारी आगे चलकर देखने को मिल सकती है.
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