प्रयागराज. इलाहाबाद संसदीय सीट पर कांग्रेस के उम्मीदवार योगेश शुक्ला के लिए शुक्रवार (10 मई) को जनसभा को संबोधित करने के लिए पूर्व केंद्रीय मंत्री राजीव शुक्ला, पाटीदार नेता हार्दिक पटेल और पूर्व सांसद मोहम्मद अज़हरुद्दीन पहुंचे थे. हालांकि जनसभा के दौरान कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी का फोन राजीव शुक्ला के मोबाइल पर आया. जिसके बाद तीनों नेता जनसभा छोड़कर नेता निकल पड़े. दरअसल, तीनों बडे नेताओं का काफिला प्रयागराज के कमला नेहरू अस्पताल पहुंचा तो धीरे-धीरे स्थिति साफ हुई. पता चला कि प्रियंका गांधी ने रायबरेली की ट्यूमर पीड़ित एक बच्ची को यहां इलाज के लिये भर्ती कराया था, जिसकी हालत बिगड़ने पर उसे दिल्ली एम्स में भर्ती कराने का निर्देश प्रियंका गांधी ने दिए थे. आनन फानन में राजीव शुक्ला ने प्रचार बीच में छोड़ बच्ची को दिल्ली स्थित एम्स में उपचार के लिए ले जाने की कवायद शुरू की.

कौन है ये बच्ची, जिसके लिये फिक्रमंद है प्रियंका

बीमार बच्ची का नाम अंशु है और वह अभी सिर्फ दो साल की है. अंशु रायबरेली के सलोन गांव की रहने वाली है. पिता बराजपति की आर्थिक स्थिति बेहद ही कमजोर है और इस परिवार पर पिछले दिनों प्रचार प्रसार के दौरान प्रियंका गांधी की नजर पड़ी थी. दरअसल रायबरेली में प्रचार के दौरान जब प्रियंका सबसे मिल रही थी, उसी दौरान बेटी के साथ खड़े राजपति के पास भी प्रियंका पहुंची और हालचाल पूछने के दौरान ही राजपति ने बताया कि उनकी बेटी को ट्यूमर है, लेकिन उनके पास इतने पैसे नहीं कि वह बेटी का इलाज करा सके. उस वक्त ही प्रियंका गांधी ने हर संभव मदद देने का आश्वासन दिया और प्रयागराज की कमला नेहरू अस्पताल में अंशू को भर्ती करावा दिया. लेकिन, शुक्रवार को अंशु का इलाज कर रहे डॉ. सपन श्रीवास्तव ने प्रियंका गांधी को फोन कर बच्ची की बिगडने की जानकारी दी. प्रियंका ने बच्ची की जान बचाने के लिये उसे एम्स में ले आने की जिम्मेदारी राजीव शुक्ला व अजहर को दी. उस वक्त अजहर व राजीव प्रयागराज में ही मौजूद थे तो वह अपनी जनसभा से सीधे अस्पताल पहुंचे और विशेष विमान से बच्ची को दिल्ली एम्स ले जाया गया.

खुद ट्रेन से गये

राजीव प्रियंका के फोन के बाद अस्पताल में राजीव शुक्ला, पूर्व क्रिकेटर अजहरूद्दीन, गुजरात के चर्चित नेता हार्दिक पटेल अस्पताल पहुंचे और फिर बच्ची व उसके माता पिता को बम्हरौली हवाई अड्डे ले जाया गया. जहां 6 सीटर निजी विमान में जगह कम होने के कारण बच्ची के माता पिता को अजहर व हार्दिक के साथ भेजा गया और खुद राजीव शुक्ला रात को ट्रेन से दिल्ली के लिए रवाना हुए.

छा गयी प्रियंका रायबरेली से लेकर प्रयागराज और अब दिल्ली तक, दो साल की ट्यूमर पीडित बच्ची को बचाने की जो जद्दोजहद प्रियंका ने शुरू की वह अब सुर्खियां बन चुकी है. प्रियंका गांधी इस समय सोशल मीडिया पर छा गयी हैं और एम्स ले जाने के बाद प्रियंका की दरियादिली की खूब प्रशंसा हो रही है. अपनी छवि बनाने में जुटी प्रियंका ने अपने इस कदम से जहां लोगों का दिल जीता है, वहीं बच्ची की भी जान अब बचने की उम्मीद जताई जा रही है.