पटना। भारत-पाकिस्तान के बीच सीजफायर लागू हो गया था। उसके 3 घंटे बाद ही पाकिस्तान ने भारतीय सीमावर्ती इलाकों पर गोलाबारी और ड्रोन से हमला करना शुरू कर दिया था, जिसका भारतीय सेना ने मुंहतोड़ जवाब दिया। अब मीडिया रिपोर्ट्स के हवाले से जानकारी निकलकर सामने आ रही है कि विदेश मंत्रालय के सूत्रों ने जानकारी दी है कि भारत अब मध्यस्ता के मूड में नहीं हैं।
किसी की मध्यस्ता की जरूरत नहीं
भारत ने साफ कर दिया है कि किसी की मध्यस्ता की जरूरत नहीं है। अब केवल एक ही रास्ता बचा है। पाकिस्तान के कब्जे वाले PoK को वापस लेना साथ ही आतंकवादियों के सौंपने पर ही पाकिस्तान से बात करने की बात सामने आ रही है। अगर ऐसा नहीं होता तो कोई बात नहीं की जाएगी।
भारतीय सेना पर पूरा भरोसा है
उधर RJD नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने कहा, “हमने शुरू से ही कहा है कि हमें भारतीय सेना पर पूरा भरोसा है… हम सभी को भारतीय सेना पर गर्व है… उन्हें जो कार्रवाई करनी हो उसके लिए उनके साथ पूरा विपक्ष खड़ा है। हमने ट्वीट करके प्रधानमंत्री मोदी से मांग की है कि संसद का एक विशेष सत्र बुलाना चाहिए और सेना को उनकी वीरता के लिए सम्मानित करना चाहिए…”
संसद का विशेष सत्र
भारत-पाकिस्तान के सीजफायर के ऐलान के बाद विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने पीएम नरेंद्र मोदी को चिट्ठी लिखी है। कांग्रेस सांसद ने प्रधानमंत्री से संसद का विशेष सत्र बुलाने की मांग की है। उन्होंने अपील की है कि सरकार पहलगाम हमले, ऑपरेशन सिंदूर और सीजफायर को लेकर संसद का विशेष सत्र तुरंत बुलाकर उसपर चर्चा हो।
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