India US Trade Deal 2025: भारत और अमेरिका के बीच लंबे समय से अटकी हुई व्यापार वार्ता फिर से सक्रिय होने जा रही है. पिछले कुछ महीनों से दोनों देशों के बीच कई मुद्दों को लेकर समझौता रुक गया था, लेकिन अब संकेत मिल रहे हैं कि व्यापार समझौते को अंतिम रूप देने की प्रक्रिया जल्द ही आगे बढ़ेगी. रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिकी व्यापार प्रतिनिधि ब्रेंडन लिंच सोमवार की रात भारत पहुंच रहे हैं, और मंगलवार को वे वाणिज्य विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक करेंगे. इस बैठक में भारत और अमेरिका के बीच द्विपक्षीय व्यापार समझौते के लिए चल रही लंबित बातचीत पर चर्चा होगी, जिसमें दोनों देशों के व्यापारिक हितों और टैरिफ संबंधी विवादों को सुलझाने का प्रयास किया जाएगा.

इससे पहले अगस्त में अमेरिकी टीम का दौरा टैरिफ के विवाद के कारण रद्द किया गया था, लेकिन अब हाल में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच हुई सकारात्मक बातचीत के बाद उम्मीद बढ़ गई है कि समझौता जल्द ही तय हो सकता है. विशेषज्ञों का मानना है कि यह बैठक भारत और अमेरिका के बीच व्यापारिक रिश्तों को और मजबूत बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है, साथ ही भारतीय बाजार में अमेरिकी उत्पादों की पहुंच और व्यापारिक नियमों में सुधार के नए रास्ते खोल सकती है.

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India US Trade Deal 2025

India US Trade Deal 2025

अमेरिकी टीम दिल्ली पहुंच रही (India US Trade Deal 2025)

सूत्रों के मुताबिक, अमेरिकी मुख्य वार्ताकार ब्रेंडन लिंच सोमवार देर रात भारत पहुंच रहे हैं. वे दक्षिण और मध्य एशिया के लिए सहायक अमेरिकी व्यापार प्रतिनिधि हैं. मंगलवार को वे वाणिज्य मंत्रालय के विशेष सचिव राजेश अग्रवाल से मुलाकात करेंगे और दोनों देशों के बीच छठे दौर की औपचारिक बातचीत होगी. इससे पहले पांच चरण की वार्ताएं हो चुकी हैं.

ब्रेंडन लिंच फिलहाल 15 देशों से जुड़े अमेरिकी व्यापार नीति की देखरेख करते हैं और भारत-अमेरिका व्यापार नीति मंच (TPF) भी उन्हीं की जिम्मेदारी में है.

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क्यों अटक गई थी डील?

25 से 29 अगस्त के बीच अमेरिकी टीम का दौरा तय था, लेकिन टैरिफ विवाद की वजह से इसे रद्द कर दिया गया. दरअसल, अमेरिका ने भारतीय उत्पादों पर 50% तक अतिरिक्त शुल्क लगा दिया था. वाशिंगटन का आरोप था कि भारत रूस से तेल और हथियार खरीदकर अप्रत्यक्ष रूप से यूक्रेन युद्ध को वित्तीय मदद दे रहा है. इसी कारण अगस्त की बैठक स्थगित हो गई थी.

ट्रंप-मोदी की बात से बढ़ी उम्मीद (India US Trade Deal 2025)

तनाव के बीच पिछले हफ्ते अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सोशल मीडिया पर “दोस्त” बताते हुए भरोसा जताया कि ट्रेड वार्ता का परिणाम सकारात्मक होगा. इसके जवाब में पीएम मोदी ने भी कहा कि वे अमेरिका के साथ साझेदारी को भविष्य की दृष्टि से बेहद अहम मानते हैं. इस दोस्ताना माहौल ने वार्ता को आगे बढ़ाने का रास्ता खोला है.

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किन मुद्दों पर अटका समझौता?

ट्रेड डील को लेकर सबसे बड़ा विवाद कृषि और डेयरी सेक्टर पर है.

  • अमेरिका चाहता है कि भारत अपने बाजार को अमेरिकी डेयरी प्रोडक्ट्स, वाइन, इलेक्ट्रिक व्हीकल, पेट्रोकेमिकल्स, सेब, नट्स और जेनेटिकली मॉडिफाइड फसलों के लिए खोले.
  • वहीं, भारत साफ कर चुका है कि डेयरी और कृषि उत्पादों पर वह किसी तरह की टैरिफ छूट देने के पक्ष में नहीं है. अब तक भारत ने किसी भी मुक्त व्यापार समझौते (FTA) में इस सेक्टर को शामिल नहीं किया है.

क्या निकलेगा हल? (India US Trade Deal 2025)

मंगलवार को होने वाली बैठक में उम्मीद है कि दोनों देश अपने-अपने हितों को संतुलित करने की कोशिश करेंगे. हालांकि कृषि और डेयरी जैसे संवेदनशील मुद्दों पर भारत का रुख कड़ा है, लेकिन रणनीतिक साझेदारी को देखते हुए बातचीत से कोई न कोई रास्ता निकलने की संभावना जताई जा रही है.

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