स्पोर्ट्स डेस्क. भारतीय तेज गेंदबाज जयदेव उनादकट ने मीरपुर में बांग्लादेश के खिलाफ दूसरे टेस्ट क्रिकेट मैच में मैदान पर उतरते ही एक अनोखा रिकॉर्ड बनाया. वह सर्वाधिक टेस्ट मैचों से बाहर रहने वाले भारतीय क्रिकेटर बन गए हैं. उनादकट ने 12 वर्ष पहले 16 दिसंबर 2010 को दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ सेंचुरियन में टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण किया था. इसके बाद अब उन्होंने 118 टेस्ट मैचों में बाहर रहने के बाद टीम में वापसी की.
हालांकि, यह रिकॉर्ड भारत की तरफ से है. जबकि विश्व क्रिकेट में वह सर्वाधिक टेस्ट मैचों से बाहर रहने वाले खिलाड़ियों की सूची में दूसरे नंबर पर आ गए हैं. रिकॉर्ड इंग्लैंड के गैरेथ बैटी के नाम पर है, जिन्हें 2 टेस्ट मैचों के बीच 142 मैच तक इंतजार करना पड़ा था.
कुलदीप की जगह टीम में शामिल
उनादकट को बाएं हाथ के कलाई के स्पिनर कुलदीप यादव की जगह टीम में रखा गया है, जिन्हें चटगांव में खेले गए पहले टेस्ट मैच में भारत की 188 रन की जीत के बाद मैन ऑफ द मैच चुना गया था. अपने करियर का दूसरा टेस्ट मैच खेल रहे उनादकट ने बांग्लादेश के खिलाफ सुबह के सत्र में सलामी बल्लेबाज जाकिर हसन का विकेट लिया. जिन्होंने पहले टेस्ट मैच में शतक लगाया था.
अच्छे प्रदर्शन करने का मिला रिवार्ड
उनादकट को चोटिल मोहम्मद शमी की जगह बांग्लादेश दौरे के लिए टीम में शामिल किया गया था. उन्हें सौराष्ट्र की तरफ से विजय हजारे ट्रॉफी में अच्छा प्रदर्शन करने का इनाम मिला. सौराष्ट्र के कप्तान उनादकट ने विजय हजारे ट्रॉफी में 10 मैचों में सर्वाधिक 19 विकेट लिए थे. उन्होंने बांग्लादेश के खिलाफ टेस्ट क्रिकेट में वापसी करने से पूर्व 96 प्रथम श्रेणी मैचों में 353 विकेट लिए थे.
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