केपटाउन। दक्षिण अफ्रीका में लगातार छठवें दिन हिंसा और लूट का दौर जारी है. पूर्व राष्ट्रपति जेकोब जूमा को कोर्ट द्वारा सजा सुनाए जाने से गुस्साए जुलू कबीले के लोग भारतीय मूल के लोगों की दुकानों और प्रतिष्ठानों को निशाना बना रहे हैं. हालात यह है कि जुलू राजा को राष्ट्रीय टेलीविजन में अपने लोगों से भारतीयों को स्वीकार करने की अपील करनी पड़ी है.

समाचार एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, क्वाजुलू-नटाल प्रांत में लगातार छह दिन से हो रही हिंसा से चिंतित जुलू राजा Misuzulu KaZwelithini ने बुधवार को राष्ट्रीय टेलीविजन में सीधे प्रसारण के जरिए अपने कबीले के लोगों को संदेश दिया. उन्होंने जुलू लोगों से हिंसा, आगजनी और लूट से तत्काल पीछे हटने की अपील की.

उन्होंने कहा कि हमारे भारतीय भाई हमारे पड़ोसी हैं, और भारत के बाद हमारे क्वाजुलू-नटाल प्रांत में दूसरी बड़ी आबादी है. हमारे पास अनेक ऐसे लोग आए, जिन्होंने जुलू देश और जुलू राजवंश को भारतीय भाइयों के साथ शांति के साथ रहने के लिए धन्यवाद दिया है. जुलू राजा ने अपने कबीले के लोगों से अपील की कि भारतीयों को स्वीकार करें, क्योंकि वे हमारे साथ जमीन साझा करते हैं, और शांति की अपील कर रहे हैं.

क्वाजुलू-नटाल प्रांत में हिंसा की शुरुआत दक्षिण अफ्रीका के पूर्व राष्ट्रपति जेकोब जूमा को कोर्ट की अवमानना पर 15 महीने की सजा सुनाए जाने के बाद हुई. दक्षिण अफ्रीकी सरकार की एजेंसियों और मंत्रियों ने बुधवार को सार्वजनिक तौर पर कहा कि यह जूमा को सजा सुनाए जाने को लेकर लेकर नहीं है, बल्कि यह निज स्वार्थ में कुछ लोगों द्वारा किया जा रहा काम है.

बता दें कि राष्ट्रपति सिरिल रामफोसा द्वारा सोमवार को पुलिस के साथ सेना को बुलाए जाने के बाद भी हिंसा खत्म होने का नाम नहीं ले रही है. लोगों के अनेक हथियारबंद समूह अनेक स्थानों पर, खासतौर से तटीय शहर डरबन में भारतीयों की दुकानों और उद्योगों को निशाना बना रहे हैं. कई दुकान और प्रतिष्ठान तो पूरी तरह से तबाह हो चुके हैं.