दिल्ली। कल याने 7 अगस्त शुक्रवार का दिन भारत के किसानों के लिए एक ऐतिहासिक दिन रहेगा. क्योंकि कल से किसानों के लिए किसान रेल की शुरुआत हो रही है. कोरोना संकट के बीच किसानों को लाभ पहुँचाने की कोशिश रेल मंत्रालय की ओर की जा रही है. इसके तहत किसानों के फसलों को देश के अन्य हिस्सों में भेजने के लिए एक पार्सल रेल चलाई जा रही है. इस पार्सल रेल में किसान बाजारों तक अपना माल आसानी से सस्ते दरों में पहुँचा सकेंगे.
भारतीय रेल मंत्रालय के मुताबिक किसान रेल की शुरुआत कल वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए केंद्रीय कृषि मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर और रेल मंत्री पीयूष गोयल सुबह 11 बजे करेंगे. पहली किसान रेल महाराष्ट्र राज्य के नासिक जिले के देवलाली स्टेशन से बिहार स्थित दानापुर स्टेशन तक चलेगी. यह ट्रेन हर शुक्रवार को देवलाली और हर रविवार को दानापुर चलेगी. इस ट्रेन में 10 पार्सल बोगी होगी.
मध्य रेल द्वारा किसानों को राहत पहुंचाने के लिए सप्ताहिक "किसान विशेष पार्सल ट्रेन" 7 अगस्त से 30 अगस्त तक देवलाली (महाराष्ट्र) और दानापुर (बिहार) के बीच चलाने जा रही है, जिससे सब्जियां, फल इत्यादि चीजें समय पर उपभोक्ताओं तक आसानी से पहुंच सकेंगे। pic.twitter.com/J036Qa1kCs
— Ministry of Railways (@RailMinIndia) August 5, 2020
इन राज्यों के किसानों को होगा फायदा
यह विशेष किसान ट्रेन नासिक रोड, मनमाड, जलगांव, भुसावल, बुरहानपुर, खांडवा, इटारसी, जबलपुर, सतना, मणिकपुर, प्रयागराज चियोकी, पंडित दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन और बक्सर स्टेशन पर रुकेगी. इस लिहाज से पहली ट्रेन से महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश और बिहार के किसानों को सीधे तौर पर फायदा मिलने की उम्मीद है. किसानों की मांग को देखते हुए ट्रेन के ठहराव को बढ़ाया भी सकता है.
इस तरह अगर देखें कृषि प्रधान राज्य छत्तीसगढ़ के किसानों को पहली किसान रेल कोई लाभ नहीं होने वाला है. क्योंकि पहली किसान रेल की जो रूट तैयार हुई है या कहिए जिन स्टेशनों किसान रेल गुजरेगी उसमें छत्तीसगढ़ की रेल लाइन शामिल नहीं है.