हेमंत शर्मा, इंदौर। मध्यप्रदेश के इंदौर (Indore) में संजीवनी को-ऑपरेटिव सोसाइटी में निवेश कराकर लाखों की धोखाधड़ी मामले की जांच सीबीआई करेगी। मामले में सीबीआई (CBI) ने पुलिस अधिकारियों से धोखाधड़ी की जानकारी मांगी। इधर क्राइम ब्रांच (crime branch) अधिकारी बनकर लूट की वारदात को अंजाम देने वाले दो बदमाशों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस आरोपियों से पूछताछ कर रही है।

संजीवनी को-ऑपरेटिव सोसायटी

शुक्रवार को सीबीआई का एक दल इंदौर पुलिस कंट्रोल पहुंचा और संजीवनी को-ऑपरेटिव सोसाइटी में धोखाधड़ी मामले जानकारी मांगी। सोसाइटी के खिलाफ कुछ वर्ष पहले इंदौर के अलग-अलग थाना क्षेत्रों में धोखाधड़ी के मामले दर्ज हुए थे। पुलिस अधिकारियों ने सीबीआई से चर्चा के बाद आरोपियों के खिलाफ कई जानकारियां दी है। बता दें कि कुछ साल पहले इंदौर के एरोड्रम थाना, एमआईजी थाना सहित धार जिले में बड़ी धोखाधड़ी की घटना सामने आई थी।

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पूरे मामले में संबंधित थाना पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ विभिन्न धाराओं में प्रकरण दर्ज किया। वहीं इस पूरे मामले को सीबीआई को सौंप दिया है। अब तीनों ही मामलों की सीबीआई जांच करेगी। सीबीआई डीसीपी आदित्य मिश्रा ने बताया कि आरोपियों ने निवेश के नाम पर लोगों से लाखों रुपए लिए थे। इसके बाद न ही उन्हें प्रॉफिट दिया और न ही उनके पैसे लौटाए। आरोपियों ने बिना किसी लाइसेंस के लोगों से लाखों रुपया इन्वेस्ट करवा कर धोखाधड़ी को अंजाम दिया था।

क्राइम ब्रांच अधिकारी बनकर लूट– शहर के एमजी रोड थाना क्षेत्र में पिछले दिनों भरत नामक एक युवक से देर रात नीरज, अमित सहित एक अन्य बदमाश ने क्राइम ब्रांच अधिकारी बनकर लूटपाट की थी। फरियादी युवक के अनुसार एमजी रोड पुलिस ने कई धाराओं में प्रकरण दर्ज कर तमाम सीसीटीवी फुटेज खंगाले। फुटेज के आधार पर पुलिस ने फरार नीरज और अमित को पकड़ा है। पुलिस उससे पूछताछ कर रही है। यह पता लगाया जा रहा है कि उन्होंने किस किस क्षेत्र में इस तरह की लूट की घटनाओं को अंजाम दिया था।

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