हेमंत शर्मा,इंदौर। मध्य प्रदेश के हरसिद्धि मंदिर में गुरुवार को उस समय अफरा-तफरी मच गई, जब प्रसिद्ध हरसिद्धि मंदिर के एक दीप स्तम्भ में आग लग गई। जिससे वहां मौजूद भक्त सहम गए। हरसिद्धि मंदिर के पंडित राजेश गोस्वामी ने बताया कि करीब एक बजे साउथ से आई कुछ महिला श्रद्धालु ने 108 दीप प्रज्वलित कर दीप स्तम्भ के पास रख दिए, उन्हीं  दीपकों की वजह से दीप स्तम्भ में आग लग गई। 

इंदौर बावड़ी हादसा: HC ने मुख्य सचिव, कलेक्टर, निगमायुक्त और मंदिर समिति को भेजा नोटिस, 4 सप्ताह के अंदर मांगा जवाब, बेलेश्वर महादेव की बावड़ी धंसने से 36 लोगों की हुई थी मौत

देखते ही देखते आग ने विकराल रूप धारण कर लिया। 51 फीट के दीप स्तम्भ में लगी आग के नीचे वाले हिस्से में तो आग पर मंदिर के कर्मचारियों ने काबू पा लिया। लेकिन ऊपर की और लगी आग को दमकल की टीम ने करीब आधे घंटे में बुझाया। पंडित गोस्वामी ने बताया कि करीब एक दर्जन दीपक टूट गए है जिन्हें बनाने के लिए राजस्थान से कारीगरों को बुलाया गया है। फिलहाल जब तक दीप स्तम्भ दोबारा बन नहीं जाते तब तक प्रतीकात्मक रूप से स्तम्भ में नीचे के दीप जलाएंगे।  

इंदौर के बावड़ी वाले जगह पर दोबारा स्थापित किया जाएगा मंदिर, हादसे के बाद प्रशासन ने तोड़ा था बेलेश्वर महादेव मंदिर, सीएम शिवराज ने दिया बड़ा बयान

बता दें कि हरसिद्धि मंदिर में खड़े दो स्तम्भ अति प्राचीन है। मान्यता है कि इन्हें राजा विक्रमादित्य ने बनवाया था। और उस ज़माने से इसमें दीपक जलते आ रहे है। आज भी इन दीप स्तंभों को रोशन करने के लिए तीन तीन महीने का वेटिंग चलता है। 51 फीट ऊंचे स्तंभ में दीपों को जलाने में रोजाना  60 लीटर तेल लगता है। आपको बता दे मंदिर में स्थापित 51 फीट ऊंचे 1100 दीपों के दो दीप स्तम्भ है। इनमे से एक स्तम्भ में आग लगी थी। 

Read more- Health Ministry Deploys an Expert Team to Kerala to Take Stock of Zika Virus