हेमंत शर्मा, इंदौर। शहर के लसूड़िया थाना क्षेत्र में 20 वर्षीय दुर्गेश सोलंकी की हत्या के बाद गुस्साए परिजनों ने थाने का घेराव कर दिया था। बलाई समाज के प्रदेश अध्यक्ष मनोज परमार मौके पर पहुंचे और जमकर नारेबाजी की। इस मामले में पुलिस ने धारा 144 का उल्लंघन के तहत चार लोगों और अन्य के खिलाफ बिना अनुमति धरना प्रदर्शन करने एफआईआर दर्ज की है। एफआईआर उन लोगों पर दर्ज हुई जो बलाई समाज के प्रदेश के समर्थन में पहुंचे थे। लेकिन राजनीतिक दबाव में मनोज परमार पर FIR दर्ज नहीं हुई। इस पूरे मामले में कांग्रेस प्रदेश प्रवक्ता अमीनुल सूरी ने पुलिस प्रशासन पर आरोप लगाया है कि राजनीतिक दबाव के चलते एफआईआर दर्ज नहीं की है। ।

मनोज परमार कैबिनेट मंत्री कैलाश विजयवर्गीय के कट्टर समर्थक हैं, जिन्हें पिछले दिनों संत की उपाधि तक दे दी थी। कहा था इन्हें पंडितों से ज्यादा ज्ञान है। मनोज परमार पर लूट, हत्या की कोशिश, रेप, वसूली सहित 40 से ज्यादा संगीन अपराध दर्ज हैं । इसके बाद भी पुलिस ने एफआईआर दर्ज नहीं की। मामले में डीसीपी अभिनव विश्वकर्मा से बातचीत की तो उन्होंने इस पूरे मामले में जांच के बाद अन्य आरोपियों के नाम बढ़ाने की बात कही है। डीसीपी का कहना है वीडियो ग्राफी देखी जाएगी और उसके बाद जांच के दौरान नाम बढ़ाए जाएंगे। अब सवाल उठ रहा है कि जिन अधिकारियों के सामने मनोज परमार खड़े हुए नजर आए उन्होंने एफआईआर दर्ज क्यों नहीं की।

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