हेमंत शर्मा, इंदौर। मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के इंदौर (Indore) के अनुभूति विजन सेवा संस्थान (Anubhooti vijan seva sansthaan) में 4 साल से रह रही 17 वर्षीय दिव्यांग लड़की गर्भवती हो गई. इस मामले में जांच रिपोर्ट सामाजिक न्याय विभाग ने कलेक्टर को सौंपी है. जिसमें संस्था के खिलाफ अनियमितताएं सामने आई है. ऐसे में इंदौर कलेक्टर संस्था का रजिस्ट्रेशन भी रद्द कर सकते हैं.

दरअसल पिछले दिनों विजय नगर थाना क्षेत्र स्थित अनुभूति विजन सेवा संस्थान (Anubhooti vijan seva sansthaan) में रही 17 साल की मानसिक दिव्यांग लड़की 6 महीने की गर्ववती मिली थी. नाबालिग के परिजनों को संस्था वालों ने फोन कर बताया था कि लड़की का पेट बढ़ रहा है. इसे आप यहां से लेकर जाएं. इसके बाद परिजन संस्था से बच्ची को लेकर अस्पताल पहुंचे, जहां अस्पताल में डॉक्टरों ने नाबालिग को गर्भवती होने की जानकारी दी. इसके बाद परिजन विजय नगर थाने पहुंचे, जहां विजय नगर पुलिस ने पूरे मामले में एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.

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कलेक्टर ने दिए थे जांच के आदेश

पूरे मामले को इंदौर कलेक्टर इलैयाराजा टी (Indore Collector Ilaiyaraaja T) ने संज्ञान में लेने के बाद अपर कलेक्टर, सामाजिक न्याय विभाग और महिला बाल विकास विभाग को संस्था की जांच के आदेश दिए थे. जिसके बाद संस्था ने पूरे मामले की बारीकी से जांच की और कलेक्टर को जांच रिपोर्ट सौंपी है. जांच रिपोर्ट में संस्था में कई अनियमितताएं सामने आई हैं. जिस कारण संस्था का रजिस्ट्रेशन भी इंदौर कलेक्टर रद्द कर सकते हैं. संस्था में मुख्य तौर पर बच्चों से संबंधित दस्तावेज में गड़बड़ी, बिल्डिंग में बच्चों की संख्या अधिक होना भी पाया गया है. पूरे मामले की जांच रिपोर्ट कलेक्टर तक पहुंची है. जिस पर कलेक्टर अब कड़ी कार्रवाई कर सकते हैं.

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पहले भी अनुभूति विजन सेवा संस्था की मिली थी शिकायत

सूत्रों के मुताबिक अनुभूति विजन सेवा संस्था की पहले भी कई शिकायतें सामाजिक न्याय विभाग पहुंची थी. जिसके बाद सामाजिक न्याय विभाग ने संस्था की संचालिका को बिल्डिंग बदलने के निर्देश भी दिए थे. जिस बिल्डिंग में संस्था संचालित हो रही है, उस बिल्डिंग में क्षमता से अधिक बच्चे रह रहे हैं. इस कारण कई अनियमितताएं सामने आई है. इसके साथ ही सामाजिक न्याय विभाग को डेढ़ साल पूर्व भी एक घटना की जानकारी लगी है. जिसकी जांच अब सामाजिक न्याय विभाग करेगा.

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