नई दिल्ली . दिल्ली के भोगल में स्थित उमराव सिंह ज्वैलर्स में दिल्ली की सबसे बड़ी चोरी करने के आरोपियों ने गूगल मैप के जरिये ज्वेलरी शोरूम के आसपास का नक्शा तैयार किया था. आरोपी ने नक्शा तैयार करने के बाद यूट्यूब की मदद से उमराव ज्वैलर्स से संबंधित सभी जानकारियां भी जुटाई थीं.

आरोपियों ने पुलिस की पूछताछ में बताया है कि उन्होंने चोरी के इस माल को छिपाने के लिए बिलासपुर में एक कमरा किराये पर लिया था, जिसकी जानकारी लोकेश के अलावा केवल शिवा को थी. इसी कमरे से पुलिस ने लोकेश को चोरी के माल के साथ गिरफ्तार किया था. आरोपी लोकेश ने बताया कि गूगल मैप के जरिये उसने उमराव ज्वैलर्स के पास बनी इमारतों की जानकारी जुटाई थी.

इसके बाद उसने एक नक्शा तैयार किया और छत तक पहुंचने का रास्ता बनाया. छत तक पहुंचने के बाद उसने रेकी के दौरान शोरूम के अंदर के नक्शे की मदद से शोरूम के अंदर दाखिल हुआ था. आरोपी ने बताया कि उसने नक्शा बनाना यूट्यूब से सीखा था.

छह घंटे तक इंतजार करती रही पुलिस : आरोपी लोकेश की गिरफ्तार के लिए पुलिस ने बिलासपुर के सुनसान इलाके में छह घंटे तक इंतजार किया था. दरअसल पुलिस ने पहले शिवा को गिरफ्तार कर लिया था. शिवा ने पूछताछ में बताया कि चोरी के माल को छिपाने के लिए लोकेश ने एक कमरा किराया पर लिया है. पुलिस शिवा को साथ लेकर उस कमरे पर पहुंची तो पाया कि लोकेश वहां से जा चुका था.

ऐसे में कमरे का ताला लगा देखकर पुलिस ने कमरे के बाहर इंतजार करने का फैसला लिया. पुलिस टीम छह घंटे तक लोकेश का इंतजार करती रही. अंधेरा होने पर लोकेश आया तो पुलिस ने उसे दबोच लिया. कमरा खोलने के बाद पुलिस को चोरी का सामान भी मिल गया.

कल मिल सकती है आरोपियों की कस्टडी

पुलिस अधिकारी ने बताया कि लोकेश और उसके साथी को बिलासपुर पुलिस मंगलवार को कोर्ट में पेश करेगी. जहां दिल्ली पुलिस आरोपी की कस्टड़ी के लिए कोर्ट में याचिका देगी. संभवत मंगलवार को पुलिस लोकेश को कस्टड़ी में लेकर दिल्ली आ जाएगा. जिसके बाद दिल्ली पुलिस पूरी वारदात के बारे में लोकेश से पूछताछ करेगी.