
रामकुमार यादव, अंबिकापुर। छत्तीसगढ़ के सरगुजा जिले में झोलाछाप डॉक्टर की लापरवाही का खौफनाक नतीजा सामने आया है. बसंतपुर थाना क्षेत्र के ग्राम भलोईझोर में एक महिला को शरीर में दर्द की शिकायत थी, लेकिन इलाज कराने गई तो वापस घर नहीं लौट पाई. झोलाछाप डॉक्टर ने उसे इंजेक्शन लगाया, जिसके तुरंत बाद उसकी तबीयत बिगड़ गई और देखते ही देखते उसकी मौत हो गई.

जानकारी के अनुसार, मृतिका लक्ष्मीनिया (58 वर्ष) के शरीर में दर्द था, जिसके चलते परिवार ने गांव के झोलाछाप डॉक्टर विनोद वर्मा से इलाज कराया. डॉक्टर ने उसे एक इंजेक्शन लगाया, जिसके तुरंत बाद महिला की तबीयत बिगड़ गई और वह बेहोश होकर गिर पड़ी. हालत बिगड़ने पर उसे तुरंत अस्पताल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया.

परिजनों ने लगाए आरोप
मृतिका के परिजनों ने बताया कि मंगलवार की शाम करीब 4 बजे उन्होंने झोलाछाप डॉक्टर को बुलाया था. डॉक्टर ने बिना किसी जांच के महिला को इंजेक्शन लगा दिया, जिससे उसकी तबीयत अचानक बिगड़ गई और वह बेहोश होकर गिर पड़ी. इसके बाद परिजन उसे अंबिकापुर मेडिकल कॉलेज अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई. परिजनों का आरोप है कि झोलाछाप डॉक्टर बिना किसी डिग्री के इलाज करता था और गलत दवाइयां व इंजेक्शन लगाता था. उन्होंने आरोपी डॉक्टर के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की मांग की है. पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और झोलाछाप डॉक्टर की तलाश की जा रही है.
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