जशपुर। जशपुर जिले में नागलोक के नाम से चर्चित पत्थलगांव क्षेत्र के सरकारी अस्पतालों में सर्पदंश के मरीजों के साथ घायल जहरीले सांप का भी उपचार होते देखें भयवश निश्चित ही आपके रोंगटे खड़े हो जाएंगे. लेकिन पर्यावरण संरक्षण के लिहाज से सांपों का रेस्क्यू करने वाली टीम घायल मिले सांपों को उपचार करने के बाद जंगल में छोड़ रही है.

सांपों का रेस्क्यू ऑपरेशन करने वाली टीम के प्रमुख मयंक शर्मा ने बताया कि कोतबा में एक घर में बेहद जहरीला नाग सांप होने की सूचना मिली थी. टीम के सदस्यों सांप को रेस्क्यू कर बाहर निकाला तो वह गंभीर रूप से घायल था. टीम के सदस्यों ने इस नाग सांप को पशु चिकित्सालय ले जाकर उपचार कराया. इसके बाद उसे सकुशल जंगल में छोड़ दिया.

दरअसल, बरसात का दिनों में पत्थलगांव, कोतबा और कांसाबेल क्षेत्र में किसानों के खेत-खलिहान और घरों में आए दिन जहरीले सांप दिखाई दे जाते हैं. सूचना मिलने पर मयंक शर्मा की टीम इन सापों का रेस्क्यू कर जंगल में छोड़ देती है. मयंक शर्मा का कहना है कि पर्यावरण संरक्षण के लिए सांपों की उपस्थिति भी आवश्यक है. इसलिए उन्हें बिना कोई नुकसान पहुंचाए जंगल में छोड़ा जाता है.