बलौदाबाजार। राज्य सरकार के निर्देश पर जिले में कोरोना का सघन सामुदायिक सर्वे अभियान शुरू किया गया है। यह अभियान महात्मा गांधी की जयंती के अवसर पर 2 अक्टूबर को शुरू हो चुका है, जो कि 12 अक्टूबर तक चलेगा। अभियान के अंतर्गत प्रत्येक गांव में मितानीनें एवं आंगनबाड़ी कार्यकर्ता आदि मैदानी कर्मचारी घर-घर पहुंचकर कोरोना बीमारी का सर्वे करेंगी। बीमारी के लक्षण पाये जाने पर निकट स्वास्थ्य विभाग द्वारा निर्मित निकट के जांच केन्द्र पर उसी दिन कोरोना जांच किया जायेगा एवं तत्काल परिणाम बताये जाएंगे। कलेक्टर श्री सुनील कुमार जैन ने आज वीडियो काॅन्फ्रेंसिग के जरिए विकासखण्ड स्तरीय अफसरों के साथ बैठक लेकर अभियान की रणनीति के संबंध में दिशा-निर्देश दिये। कलेक्टर ने अभियान में सहयोग की अपील पंचायत एवं नगरीय निकाय प्रतिनिधियों एवं समाजसेवियों से की है। बैठक में जिला पंचायत सीईओ डाॅ.फरिहा आलम सिद्दिकी एवं सीएमएचओ डाॅ खेमराज सोनवानी भी उपस्थित थे।

कलेक्टर ने कहा कि कोविड के मरीजों की जल्द से जल्द पहचान कर उनका त्वरित उपचार सुनिश्चित किया जाना अभियान का प्रमुख उद्देश्य है। ताकि पाॅजीटिव मरीजों को आइसोलित कर संक्रमण की श्रंृखला को तोड़ा जा सके। उन्होंने बताया कि प्रत्येक गांव में सर्वे के लिए टीम गठित की जा चुकी है। बाकायदा उन्हें 2-3 अक्टूबर को प्रशिक्षण भी दिया गया है। अभियान का 4 अक्टूबर को ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों में व्यापक प्रचार -प्रसार करने के निर्देश दिये गये हैं। सर्वे का वास्तविक काम 5 अक्टूबर से 11 अक्टूबर तक चलेगा। आखिरी दिन 12 अक्टूबर को प्रतिवेदन भेजा जायेगा। सर्वे टीम में गांव की मितानीन एवं आंगनबाड़ी कार्यकर्ता-सहायिका प्रमुख रूप से शामिल होंगी। बाकायदा सोशल डिस्टेंन्सिग एवं मास्क का उपयोग करते हुए वे सर्वे का काम करेंगी। इस दौरान कोविड के लक्षणों वाले व्यक्तियों की पहचान की जायेगी।

सीएमएचओ डाॅ. सोनवानी ने बताया कि बुखार, सर्दी-खांसी, सांस लेने में तकलीफ, शरीर में दर्द, दस्त तथा उल्टी होना, सूंघने अथवा स्वाद की शक्ति में कमी होना कोविड के प्रमुख लक्षण हैं। ऐसे मरीजों को संदिग्ध मानते हुए उनका नाम एवं विवरण प्रपत्र में लिया जायेगा। संदिग्ध मरीजों की कोरोना टेस्ट की जायेगी। इसके लिए प्रत्येक विकासखण्ड के कुछ चयनित ग्रामों में स्वास्थ्य विभाग द्वारा जांच किया जायेगा। यथासंभव तत्काल जांच कर रिपोर्ट बता दिया जाएगा। यदि कोई लक्षण वाले मरीज का रिपोर्ट निगेटिव आये, तो मौके पर ही उनका आरटीपीसीआर अथवा ट्रूनाट जांच किया जाएगा।