दिल्ली. आबादी के लिहाज से इंदौर जिले की सबसे छोटी विधानसभा सीट इंदौर-3 से बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय के बेटे आकाश विजयवर्गीय ने चुनावी बाजी मार ली है. उन्होंने कांग्रेस कैंडिडेट अश्विनी जोशी को चुनाव में करीब 6000 वोटों से शिकस्त दी है. खास बात यह है कि आकाश के पिता कैलाश विजयवर्गीय ने भी अपनी जिंदगी में कभी चुनाव नहीं हारा है. अब पिता के कदमों पर चलते हुए बेटे ने भी सफलता की ओर कदम बढ़ाया है.

कैलाश विजयवर्गीय वर्तमान में बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव के रूप में कार्यरत हैं. बिना कोई चुनाव हारे वे लगातार 6 बार विधानसभा के सदस्य चुने गए. पार्टी में केंद्रीय नेतृत्व के लिए पदोन्नत होने से पहले वे बारह वर्ष तक राज्य सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे.

आकाश विजयवर्गीय को टिकट मिलने के बाद राजनीतिक गलियारों में वंशवाद पर चर्चाएं तेज हो गई थीं. बेटे को टिकट मिलने के बाज कैलाश विजयवर्गीय ने इस पर सफाई दी. वंशवाद की चर्चाओं के बीच उन्होंने ये ऐलान किया कि वो प्रदेश के 229 सीटों के प्रचार के लिए जाएंगे लेकिन इंदौर-3 की विधानसभा में कदम नहीं रखेंगे. हालांकि, उनके लिए बेटे को जिताना नाक का सवाल बना हुआ था. कैलाश ने कहा था कि अगर आकाश 15 हजार कम वोटों से जीते तो यह मान लूंगा कि जनता नाराज है.