रायपुर। छत्तीसगढ़ की पहचान को देश-विदेश में स्थापित करने के उद्देश्य से आयोजित किए जा रहे अंतरराष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव से एक और विवाद जुड़ गया है. अबकी बार आयोजक विभाग के वरिष्ठ अधिकारी ने पद की गरिमा अनुरूप जिम्मेदारी नहीं मिलने पर नाराजगी जताते हुए विभागीय सचिव को पत्र लिखा है, जिसमें नृत्य महोत्सव में काम करने में असमर्थतता जताई है.
संस्कृति एवं पुरातत्व विभाग में डिप्टी डायरेक्टर जेआर भगत ने विभागीय सचिव अबलंगन पी को पत्र लिखा है, जिसमें उन्होंने राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव में वरिष्ठता का ध्यान न रखते हुये कार्य आबंटन पर आपत्ति जताई है. उन्होंने वर्ष 2019 में आयोजित अंतरराष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव में भी दी गई जिम्मेदारियों को निष्ठापूर्वक सम्पन्न करने की जिक्र किया है. इसके साथ अबकी बार आयोजन में उनकी वरिष्ठता को ध्यान में रखे बिना किए गए कार्य आबंटन से अपमानित और असहज महसूस करते हुए ड्यूटी करने में असमर्थतता जताई है.
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मंत्री और संचालक में ठनी!
बता दें कि बीते दिनों विभागीय मंत्री अमरजीत भगत ने संयुक्त संचालक उमेश मिश्रा की कार्यप्रणाली की वजह से निलंबित किया था. मंत्री के निलंबन के बाद भी उमेश मिश्रा अपने दायित्व पर बने हुए हैं. इसे लेकर मंत्री अमरजीत भगत और संस्कृति विभाग के संचालक विवेक आचार्य के बीच ठन गई है. मामला तूल पकड़ा इस बीच ही अब नया विवाद खड़ा हो गया है.
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