नई दिल्ली। महज एक दिन बाद कैलेंडर पर दिसंबर महीने का पन्ना नजर आने लगेगा. देश भर को ठंड ने अपनी जकड़ में लिया होगा, सुबह देर से सूरज निकलेगा, और शाम को जल्द ढल जाएगी. लेकिन ठंड के इस माहौल में भारत का लौ दुनिया में अपने उरूज पर होगा. वजह पहली बार भारत को G-20 की अध्यक्षता मिलना है. और इस अवसर को भारत दुनिया में अपनी सांप-सपेरों वाली छवि से बाहर निकालने के लिए करने जा रहा है.

G-20 के आयोजन को ऐतिहासिक बनाने के लिए भारत में बड़े पैमाने पर तैयारियां की जा रही हैं. इस मौके पर भारत विभिन्न क्षेत्रों में हुई अपनी प्रगति को प्रदर्शित करेगा. इसके साथ ही पर्यटन, संस्कृति और त्योहारों को भी G-20 आयोजनों से जोड़ा जाएगा. G-20 के भव्य आयोजन के जरिये ब्रांड इंडिया को प्रमोट किया जाएगा. जिस भी शहर में बैठकें होंगी, वहां के पर्यटन स्थलों को भी दिखाया जाएगा. साथ ही वहां की कला संस्कृति को प्रदर्शित किया जाएगा.वहां के उत्पादों के तोहफे दिए जाएंगे.

G-20 के लोगों से जगमगाएंगे स्मारक

एक दिसंबर को भारत के औपचारिक रुप से G-20 का अध्यक्ष बनने पर देशभर में सौ स्मारकों पर G-20 के लोगो के साथ लाइटिंग की जाएगी. इसके बाद G-20 की बैठकों का दौर शुरू हो जाएगा. इससे पूर्व देश के 50 शहरों में दो सौ से अधिक बैठकें आयोजित होंगी. इसकी शुरुआत G-20 शेरपा बैठक 4-7 दिसंबर को उदयपुर में होने से होगी. अगले साल 9-10 सितंबर को G-20 देशों का शिखर सम्मेलन होगा.

50 से अधिक शहरों में होगी बैठक

जम्मू-कश्मीर लद्दाख से लेकर कोहिमा तक होने वाली 50 से अधिक शहरों में G-20 से जुड़ी बैठकों में मंत्री स्तरीय, वर्किंग ग्रुप और गैर सरकारी बैठकें शामिल भी शामिल हैं. अब तक इतने बड़े पैमाने पर G-20 की बैठकें नहीं हुई. चीन में 14 और इंडोनेशिया में 25 शहरों में G-20 की बैठकें हुई थीं. बैठकें सभी राज्यों में होंगी, जिनमें भाजपा शासित और विपक्ष शासित राज्य शामिल है. बैठकों के दौरान 75 विश्वविद्यालयों में भी कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे.

G-20 से परे देशों को भी किया आमंत्रित

बैठकों में आर्थिक मामलों, आतंकवाद, जलवायु परिवर्तन, अंतरराष्ट्री मुद्दों, ऊर्जा सुरक्षा, खाद्य सुरक्षा जैसे तमाम मुद्दों पर चर्चा होगी.

बैठक में G-20 देशों के अलावा विशेष आमंत्रितों में बांग्लादेश, मारीशस, ओमान, यूएई, नाइजीरिया तथा मिस्र को आमंत्रित किया गया है.बैठक के लिए G-20 के सदस्यों को भारत की तरफ से औपचारिक निमंत्रण भेजने की प्रक्रिया कुछ समय के बाद की जाएगी. जबकि विशेष आमंत्रित देशों को इसकी प्रक्रिया शुरू कर दी गई है.

‘एक पृथ्वी, एक परिवार और एक भविष्य’

मौजूदा वैश्विक भू-राजनीतिक घटनाक्रम को देखते हुए भारत ने G-20 का प्रासंगिक थीम रखा है. बैठक की थीम ‘एक पृथ्वी, एक परिवार और एक भविष्य’ है. इससे इस बात का संदेश दिया जा रहा है कि भारत वसुधैव कुटुम्बकम की भावना में विश्वास रखता है. वहीं बैठकों में आर्थिक मामलों, आतंकवाद, जलवायु परिवर्तन, अंतरराष्ट्री मुद्दों, ऊर्जा सुरक्षा, खाद्य सुरक्षा जैसे तमाम मुद्दों पर चर्चा होगी.

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