कुमार इंदर, जबलपुर। एक्वा योग न केवल एक शारीरिक व्यायाम है बल्कि यह मन मस्तिष्क और आपके शरीर के बीच में बेहद गहरा तालमेल भी है। जो यह सिखाता है की कैसे पानी पर स्थिर होकर आपकी सारी इंद्रियों को कंट्रोल करके ध्यान लगाया जाए। जबलपुर की श्वेता दुबे भी अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर कुछ यही संदेश दे रही है।

मानसिक स्वास्थ्य को भी बढ़ावा देता

योग विश्व को प्राचीन भारतीय परंपरा का एक अमूल्य उपहार है। यह न केवल आपके शारीरिक स्वास्थ्य को बढ़ावा देता है बल्कि आपके मानसिक स्वास्थ्य को भी बढ़ावा देता है। योग के अभ्यास का सम्मान करने और दुनिया भर में योग के फायदे को बढ़ावा देने के लिए हर साल 21 जून को विश्व अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाया जाता है। योग दिवस पर रोगों लोगों को निरोगी काया का संदेश दिया जाता है।

MP Morning News: अटल पथ पर अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर राज्यस्तरीय कार्यक्रम, CM डॉ मोहन करेंगे

धरती और पानी के योग में अंतर

ऐसे में जबलपुर की एक योगा टीचर श्वेता दुबे भी अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर लोगों को पानी में योग कर कर स्वस्थ रहने के संदेश दे रही है, श्वेता दुबे 10 साल की उम्र से योग अभ्यास कर रही है और पिछले कई सालों से लोगों को योगाभ्यास करा कर उसके फायदे दे रहे हैं। पानी में अभ्यास कर रही श्वेता दुबे का कहना है कि सामान्य धरती पर किए जाने वाला योग और पानी में किए जाने वाले योग में काफी अंतर है।

21 जून महाकाल आरती: मस्तक पर वैष्णव तिलक अर्पित कर आभूषणों से भगवान महाकालेश्वर का विष्णु

पानी में ध्यान बिल्कुल योग पर ही केंद्रित

पानी और जमीन पर होने वाले योग के बीच में काफी अंतर होता है, जहां जमीन पर योग करने से आपका ध्यान भटक सकता है लेकिन पानी पर योग करने से लिए आपको क्योंकि पानी में बैलेंस बनाना होता है लिहाजा आपका ध्यान बिल्कुल योग पर ही केंद्रित होता है। एक्वा योग को लेकर लोगों में जागरूकता बढ़ने लगी है, यही वजह है कि अब सबसे प्राचीन योग पद्धति वक्त के साथ अब प्रचलित पद्धति बन रही है। इसलिए यह आधुनिक जीवनशैली में एक प्रभावी कदम है।

Lalluram.Com के व्हाट्सएप चैनल को Follow करना न भूलें.
https://whatsapp.com/channel/0029Va9ikmL6RGJ8hkYEFC2H