सत्यपाल राजपूत, रायपुर। लल्लूराम डॉट कॉम की ख़बर का बड़ा असर हुआ है. लल्लूराम डॉट कॉम की ख़बर पर स्वास्थ्य विभाग ने संज्ञान लिया है. अवैध रूप से संचालित हॉस्पिटल, लैब और क्लिनिक की जांच होगी. 8 अलग अलग जांच दल गठित किया गया है.

चार अलग अलग टीम शहरी क्षेत्र में जांच करेगी और ग्रामीण क्षेत्रों में चार अलग अलग टीम जांच करेंगी. जिला चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर मिथलेश चौधरी ने कहा कि अवैध रूप से संचालित मिलने पर कार्रवाई होगी. राजधानी में 650 से ज़्यादा हॉस्पिटल, क्लिनिक और लैब के पास मान्यता नहीं है.

LALLURAM.COM की ओर से की गई पड़ताल में ये बात सामने आई कि शहर में 646 अस्पताल, क्लिनिक और लैब के पास लाइसेंस नहीं है. स्वास्थ्य विभाग की ओर से सामने आए आंकड़ों के मुताबिक राजधानी में 140 अस्पताल बिना लाइसेंस संचालित हो रहे हैं. वहीं 380 क्लीनिक के पास मान्यता नहीं है. 124 लैब फर्जी तरीके से संचालित हो रहे हैं.

नियम के मुताबिक 90 दिन के अंदर लाइसेंस लेने का प्रावधान है, लेकिन ये सभी कई सालों से बिना किसी लाइसेंस या परमिट के संचालित हो रहे हैं. इसे लेकर रायपुर के जिला चिकित्सा अधिकारी ने कहा कि टीम बनाकर जांच करेंगे और नियम अनुरूप
चीजें नहीं होने पर कार्रवाई भी की जाएगी.

बता दें कि रायपुर में हैं 345 अस्पताल, 806 क्लीनिक और 220 लैब हैं, जिसमें से 205 अस्पताल, 424 क्लिनिक, और 96 लैब के पास ही लाइसेंस हैं. इसके अलावा 140 अस्पताल, 300 क्लीनिक और 124 लैब अवैध तरीके से संचालित हैं. यानी कुल मिलाकर 1371 अस्पताल, लैब और क्लिनिक में से 725 के पास मान्यता है.

वहीं 646 अवैध तरीके से हो रही संचालित हैं. अब इस पर सवाल ये होता है कि नियम कानून के पालन के लिए अधिकारी तैनात होने के बावजूद इस हालात के लिए जिम्मेदार कौन है ?

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