शिवम मिश्रा, रायपुर। राजधानी रायपुर में आज 22 जिले से चिटफंड कंपनी के सैकड़ों निवेशक पैदल मार्च कर पहुंचे. यहां से सभी निवेशक विधानसभा घेराव करने के लिए निकले थे. जिसे पुलिस ने बूढ़ातालाब के पास ही रोक लिया. यह प्रदर्शन छत्तीसगढ़ अभिकर्ता एवं उपभोक्ता सेवा संघ के बैनर तले किया गया.

इसे भी पढ़े- आत्मसमर्पित महिला नक्सली ने पुलिस लाइन में की खुदकुशी, सामाजिक कार्यकर्ता सोनी सोरी ने एसपी पर लगाए गंभीर आरोप, देखिए वीडियो…

बता दें कि प्रदेशभर के अलग-अलग जिलों के निवेशकों के करोड़ों रुपए फंसे है. चिटफंड कंपनी के डायरेक्टर करोड़ों रुपए चूना लगाकर फरार हो गए हैं.

छत्तीसगढ़ अभिकर्ता एवं उपभोक्ता सेवा संघ के प्रदेश अध्यक्ष गगन कुंभकार ने बताया कि 22 फरवरी से प्रदेश के अलग-अलग जिलों से निकलकर आज रायपुर में पैदल मार्च निकाले हैं. 2015 से हम लोग न्याय के लिए आवेदन ज्ञापन, धरना आंदोलन करते आ रहे हैं. जिसका समर्थन पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष होते हुए भूपेश बघेल ने भी किया था. साथ ही विपक्ष में होते हुए विधानसभा में भी इसका मुद्दा उठाया था.

इसे भी पढ़े- विधानसभा में BJP विधायक ने पूछा- एथेनॉल बनाने चावल दिया जाएगा या धान ? 

अपने चुनावी घोषणा पत्र में निवेशकों को पैसा वापसी का भरोसा भी दिलाया था, लेकिन सरकार बनने के 2 साल बाद भी केवल एक मात्र कंपनी यालको के 30 प्रतिशत निवेशकों के ही पैसे वापिस किये गए है.  बाकी निवेशकों के पैसे अब तक नहीं लौटाए गए है, इसीलिए बचे पैसों को तत्काल लौटाने की मांग को लेकर हम सब प्रदेशभर के 22 जिलों के निवेशक रायपुर में पैदल मार्च निकाले है.

इसे भी पढ़े- विधानसभाः अनुपूरक बजट पर चर्चा से पहले बोले चंद्राकर, 505 करोड़ के कुल बजट में 16 सौ करोड़ की डिमांड ? अच्छा है हवा में ही रहिए