भारतीय शेयर बाजार में जिस बात का डर था आखिरकार वही हुआ. गुरुवार को सेंसेक्स और निफ्टी, दोनों ही 52 हफ्ते के निचले स्तर पर आ गए है. रिपोर्ट के मुताबिक एक दिन के कारोबार में 5 लाख करोड़ का नुकसान हुआ है.

निचले स्तर पर बाजार

साल 2022 की बात करें तो शेयर बाजार के लिए अच्छा सकेंत नही रहा. इस साल बाजार की गिरावट में निवेशकों के 27 लाख करोड़ साफ हो गए. 31 जनवरी 2021 को बीएसई पर लिस्टेड कंपनियों का मार्केट कैप 2,66,00,211.55 करोड़ था. यह 16 जून 2022 को दोपहर 2:40 बजे तक घटकर 2,38,94,886.41 करोड़ रह गया.

वहीं, गुरुवार को कारोबार के अंत में सेंसेक्स 51,500 अंक के नीचे बंद हुआ. BSE में सूचीबद्ध कंपनियों का मार्केट कैपिटल घटकर 239 लाख करोड़ रुपए रह गया. एक दिन पहले से तुलना करने पर मालूम होता है कि निवेशकों को करीब 5 लाख करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है.

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बाजार में घाटे का वजह क्या है?

शेयर बाजार में मचे हाहाकार की सबसे बड़ी वजह यूएस फेड रिजर्व के फैसले हैं. यूएस फेड ने ब्याज दरों में 0.75% तक की बढ़ोतरी की है, जो करीब 3 दशक में सबसे ज्यादा है. इसके साथ ही आगे भी ब्याज दरों में इजाफे के संकेत दिए हैं. अमेरिका में महंगाई 40 साल के उच्चतम स्तर पर है. यूएस फेड के इस फैसले को विदेशी निवेशक मौके के तौर पर देख रहे हैं, यही वजह है कि भारतीय शेयर बाजार से पैसे निकाले जा रहे हैं.