स्पोट्स डेस्क- दिल्ली कैपिटल्स को चेन्नई सुपर किंग्स ने 6 विकेट से हरा दिया. इस हार के साथ दिल्ली का इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल-12) के फाइनल में पहुंचने का सपना चकनाचूर हो गया. चेन्नई इस जीत के साथ आठवीं बार फाइनल में पहुंची है. चेन्नई को 2010, 2011, 2018 में जीत हासिल हुई. वहीं चार बार टीम उपविजेता रहा चुकी है. अब आखरी मुकाबला रविवार 12 मई को हैदराबाद में मुंबई इंडियंस से होगा. दोनों टीमें चार बार फाइनल में भिड़ चुके हैं.

शुक्रवार को विशाखापट्नम में चेन्नई ने टॉस जीतकर दिल्ली को बल्लेबाजी के लिए आमंत्रित किया. पहले बैटिंग करने उतरी टीम ने 9 विकेट की नुकसान पर 147 रन ही बना पाई. जवाब में उतरी चेन्नई की शुरुआत धीमी रही लेकिन फाफ डु प्लेसिस और शेन वॉटसन ने महत्वपूर्ण साझेदारी की. जिसकी बदौलत टीम 19 ओवर में 4 विकेट के नुकसान पर 151 रन बना लिया और मैच अपने कब्जे में कर लिया. 50 रन की पारी खेलने वाले डु प्लेसिस को मैन ऑफ द मैच चुना गया.

 

डु प्लेसिस ने 37 गेंदों पर एक रन लेकर अपनी 12वीं आईपीएल फिफ्टी पूरी की. प्लेसिस अपने स्कोर को और आगे नहीं ले जा पाए और 50 के ही स्कोर पर ट्रेंट बोल्ट की गेंद पर कैच आउट हो गए. चेन्नई के सलामी बल्लेबाजों ने 10.2 ओवर में 81 रनों की साझेदारी की.

11 ओवर समाप्त होने तक वॉटसन 26 गेंदों पर 27 रन बनाकर बल्लेबाजी कर रहे थे, लेकिन कीमो पॉल के ओवर में  तीन छक्के लगाकर 31 गेंदों पर हाफ सेंचुरी पूरी की. प्लेसिस की तरह वह भी 50 रन बनाकर अमित मिश्रा को विकेट थमा दिया. उस समय चेन्नई का स्कोर दो विकेट पर 109 रन था.

इसके बाद सुरेश रैना ने अंबाती रायुडू के साथ मिलकर एक साझेदारी बनाने की कोशिश की. लेकिन अक्षर पटेल ने रैना को 11 रन पर क्लीन बोल्ड कर दिया. इसके बाद अंबाती रायुडू और कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने टीम की जीत की दहलीज तक पहुंचाया. टीम को जब 2 रन चाहिए थे तब धोनी छक्के मारने की कोशिश में बाउंड्री में कैच थमा बैठे. रायुडू  ने चौका जड़कर मैच चेन्नई के नाम किया.