रायपुर। क्या मुख्यमंत्री डॉक्टर रमन सिंह राजनीतिक रुप से अनफिट हैं. ये सवाल आपको चौंका सकता है क्योंकि रमन सिंह वो शख्सियत हैं जिनकी बदौलत बीजेपी छत्तीसगढ़ में तीन बार सत्ता में आ चुकी है. ऐसा हम नहीं कह रहे हैं बल्कि वो खुद कर रहे हैं. जी हां, मुख्यमंत्री रमन सिंह ने कहा है कि वो राजनीतिक रुप से अनफिट हैं.
मुख्यमंत्री ने आयुर्वेद कॉलेज में आयोजित सम्मान समारोह में कहा कि 14 साल मुख्यमंत्री रहने और राजनीति में 40 साल होने के बावजूद उन्हें लगाता है कि वो राजनीति में फिट नहीं है. वो राजनीति में अनफिट हैं. क्योंकि राजनीति के रास्ते बहुत ही घुमावदार और बहुत ही टेढ़े-मेढ़े हैं. उन्होंने कहा कि महाविद्यालय के रहते हुए उन्होंने राजनीति नहीं की बल्कि वे एक साधारण छात्र थे. उन्होंने बताया कि राजनीति में उनकी रुचि नहीं थी.
रमन सिंह ने राजनीति में आने के हालात की जानकारी देते हुए कहा कि आपातकाल के उस दौर में विरोध करने की ज़रूरत हुई और राजनीति शुरू की. उन्होंने बताय कि डॉक्टर के नाते उनकी कवर्धा में पहचान बनी. उन्होंने बताया कि उनके पास 70 प्रतिशत गरीब मरीज आते थे. राजनीति के लिये उन्हें पहले भी लगता था और अब भी लगता है कि वे फिट नहीं हैं. रमन सिंह ने बताया कि वे 5 रुपये इलाज के लेकर 5 दिन की दवा देते थे.
उन्होंने बताया कि उस वक्त उन्होंने लोगों को नज़दीक से मरते देखा है. लेकिन वे चाहकर भी उनकी परेशानी दूर कर सकने की स्थिति में नहीं थे. रमन सिंह ने कहा कि उसी पीड़ा ने उन्हें मुख्यमंत्री बनने पर कुपोषण और गरीबी से लड़ने को प्रेरित किया और लोगों का इलाज स्मार्ट कार्ड से कर रही है. उन्होंने कहा कि आयुर्वेद में भारी संभावना है और इससे सभी बीमारियों का इलाज मुमकिन है.
आयुर्वेद को एलोपैथिक की तर्ज पर इलाज की इजाजत करने पर मुख्यमंत्री रमन सिंह का रायपुर आयुर्वेद कालेज में सम्मान किया जा रहा था. मुख्यमंत्री ने आयुर्वेद कॉलेज में अपने छात्र जीवन को याद करते हुए पुराने दोस्तों का जिक्र किया.