रायपुर. ताजा राजनीतिक हालातों पर बोलते हुए छत्तीसगढ़ कांग्रेस कमेटी के चुनाव अभियान समिति के अध्यक्ष और पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ चरणदास महंत ने राज्य की भाजपा सरकार पर चुटकी लेते हुए कहा है कि क्या अब भाजपा को अपने संगठन और कार्यकर्ताओं पर भरोसा नहीं रहा कि वह तंत्र मंत्र का सहारा लेने को मजबूर हो गई है या क्या आने वाले विधानसभा चुनाव में भाजपा को अपनी हार स्पष्ट दिखाई दे रही है कि उनको तांत्रिकों का और बाबाओं का सहारा लेना पड़ रहा है.

डॉ महंत ने भाजपा नेताओं से यह प्रश्न किया है कि हाल के कुछ सालों में भारतीय जनता पार्टी के नेता कुछ ज्यादा ही तंत्र-मंत्र और बाबाओं के प्रति आकर्षित हो रहे हैं फिर चाहे कंबल वाले बाबा हों या विधानसभा को बांधने के लिए कोई तांत्रिक हो, या हाथियों को रोकने के लिए मंत्री द्वारा किया जाने वाला अनुष्ठान हो.

डॉक्टर महंत ने सवाल उठाया कि क्या प्रदेश के श्रम मंत्री और उनकी सरकार इतनी अक्षम हो गई है कि हाथियों को रिहायशी क्षेत्रों से दूर रखने के लिए प्रशासनिक अमले और तकनीक का सहारा लेने के बजाय हवन और तंत्र-मंत्र की जरूरत पड़ रही है या प्रदेश में वर्षा कराने के लिए टोने-टोटकों का सहारा लेना पड़ रहा है? क्या प्रदेश की भारतीय जनता पार्टी की सरकार लोगों में अंधविश्वास को बढ़ावा देना चाहती है, क्योंकि प्रदेश के गृहमंत्री कंबल वाले बाबा का सहारा लेते हैं, प्रदेश के कई भाजपा नेता विधानसभा में अपनी जीत पक्की करने के लिए किसी तांत्रिक को बुलाकर (जो कई भाजपा का ही पदाधिकारी है) विधानसभा को तंत्र मंत्र से बनवाने का काम कर रहे हैं या अब ताजा खबर के अनुसार प्रदेश के श्रम मंत्री भैयालाल राजवाड़े हाथियों को रिहायशी इलाके से दूर रखने के लिए टोने टोटके और हवन का सहारा ले रहे हैं.

क्या इससे प्रदेश की जनता में अंधविश्वास फैलाने का संदेश नहीं जा रहा है? क्या यह नैतिक जिम्मेदारी सरकार की नहीं बनती कि अंधविश्वास फैलाने के बजाय आधुनिक विज्ञान और तकनीक का सहारा लेकर जनता की परेशानियों का हल निकाला जाए? इससे यह साबित होता है कि प्रदेश की भाजपा की रमन सरकार हर मोर्चे में विफल साबित हो रही है और उसे यह सुन ही नहीं रहा कि प्रदेश की जनता की समस्याओं का निदान कैसे किया जाए।