रायपुर- महासमुंद में ब्राउन शुगर का कारोबार फूटने के मामले की जांच में जुटी पुलिस को अहम इनपुट्स मिले हैं, जो इस बात की ओर सवाल उठा रहे हैं कि इसका कहीं कोई पाकिस्तानी कनेक्शन तो नहीं है? दरअसल ब्राउन शुगर की तस्करी में पुलिस ने जिस शख्स को गिरफ्त में लिया है, वह मूलतः राजस्थान के जोधपुर का रहने वाला है. ब्राउन शुगर की डिलीवरी जैसलमेर के व्यक्ति के जरिए की जाती है. ऐसे में इस बात की संभावना बढ़ गई है कि सीमा पार से कहीं इसका कोई लिंक तो नहीं है? पुलिस ने अब इस पूरे मामले की जांच की दिशा बदल दी है. डीजीपी डी एम अवस्थी ने इस मामले की गंभीरता को देखते हुए रायपुर रेंज के आईजी आनंद छाबड़ा को विशेष टीम गठित कर उच्च स्तरीय जांच कराए जाने का जिम्मा सौंपा है. छाबड़ा के निर्देशन में यह जांच महासमुंद एसपी प्रफुल्ल ठाकुर करेंगे.
बताया जा रहा है कि महासमुंद जिले में नशीली दवाओं, गांजा, ब्राउन शुगर के अवैध कारोबार के इनपुट मिलने के बाद पुलिस अलर्ट थी. संदेहास्पद लोगों की गतिविधियों पर अरसे से निगरानी की जा रही थी. इस दौरान पुलिस को यह सूचना मिली कि ब्राउन शुगर खपाने की कोशिश में कुछ लोग जुटे हुए हैं. इस सूचना के आधार पर पुलिस ने गश्ती बढ़ा दी और हर चेक प्वाइंट्स पर जांच में कड़ाई बरती गई. इस दौरान ही 12 अगस्त 2020 को नदी मोड के रास्ते महासमुंद आने वाले रास्ते में एक नीली मोपेड में पुलिस ने आरोपी शंकर लाल वैष्णव से अवैध रूप से ले जाए जा रहे ब्राउन शुगर की बरामदगी की. उसके पास आटोमेटिक पिस्टल भी रखा हुआ था. पुलिस ने आरोपी के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट की धारा 21 सी तथा आर्म्स एक्ट की धारा 25 के तहत प्रकरण दर्ज किया है.
सभी पहलूओं की जांच जरूरी- डीजीपी
छत्तीसगढ़ में ब्राउन शुगर की अब तक सबसे बड़ी बरामदगी के इस मामले के पीछे पुलिस को किसी बड़े नेटवर्क होने का शक है. ऐसे में चर्चा है कि पुलिस ने जांच की दिशा बदल दी है. बताते हैं कि पुलिस जांच का दायदा बढ़ाते हुए राजस्थान तक पड़ताल करने की तैयारी में है. इसके लिए जरूरी समन्वय भी स्थापित किए जाएंगे. डीजीपी डी एम अवस्थी ने कहा है कि-
आरोपी पाकिस्तान बार्डर का रहने वाला है. ऐसे में हम चाहते हैं कि सभी पहलूओं की जांच बारिकी से की जाए. मैंने रायपुर आईजी आनंद छाबड़ा को निर्देश दिए हैं कि विशेष टीम गठित कर इस मामले की उच्च स्तरीय जांच की जाए. उनके निर्देशन में महासमुंद एसपी यह जांच करेंगे.