Israel Attacks On Gaza: इजरायल-हमास युद्ध (Israel–Hamas War) शुरू होने के बाद से इजरायली सेना पिछले 21 महीने पर गाजा पर लगातार हमले कर रही है। युद्ध के कारण गाज़ा का ज़्यादातर हिस्सा बंजर भूमि में तब्दील हो गया है। गाजा में भुखमरी की आशंका बढ़ गई है। वहीं रविवार को उत्तरी गाजा में भोजन के इंतजार में खड़े भूखे हजारों लोगों को खाने की जगह ‘गोलियां-बम’मिली। भोजन के इंतजार में खड़े लोगों पर इजरायली सेना ने हमला कर दिया। इस हमले में 67 फिलिस्तीनियों की मौत हो गई। इस बीच, इसराइल ने विस्थापित लोगों से भरे इलाकों को खाली करने का नया आदेश भी जारी कर दिया है।  

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गाजा स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि रविवार को उत्तरी गाजा में संयुक्त राष्ट्र सहायता ट्रकों का इंतज़ार कर रहे करीब 67 फ़िलिस्तीनी इसरायली गोलीबारी में मारे गए। इस घटना में दर्जनों लोग घायल भी हुए हैं। वहीं इससे पहले इजरायली हमले में शनिवार (19 जुलाई) को भी 36 लोग मारे गए थे।

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इधर इजराइली सेना ने कहा कि उसके सैनिकों ने रविवार को उत्तरी गाजा में हज़ारों लोगों की भीड़ पर चेतावनी के तौर पर गोलियां चलाईं, जिससे ‘तत्काल ख़तरे’ को दूर किया जा सके। सेना ने आगे कहा कि हताहतों की संख्या बढ़ा-चढ़ाकर बताई गई है और हम जानबूझकर मानवीय सहायता ट्रकों को निशाना नहीं बना रहा है।

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संयुक्त राष्ट्र विश्व खाद्य कार्यक्रम (WFP) ने कहा कि गाजा में प्रवेश करने के तुरंत बाद, खाद्य सहायता ले जा रहे डब्ल्यूएफपी के 25 ट्रकों के काफिले का सामना भूखे नागरिकों की भारी भीड़ से हुआ, जिन पर गोलीबारी की गई। स्वास्थ्य अधिकारियों ने बताया कि रविवार को पूरे इलाके में इजरायली गोलीबारी और हवाई हमलों में कुल 90 लोग मारे गए।

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मिडिल गाजा को खाली करने का आदेश

इज़रायली सेना द्वारा मध्य गाजा के दीर अल-बला में लोगों से खाली करने को कहते हुए पर्चे गिराए जाने के बाद, निवासियों ने बताया कि इज़रायली विमानों ने इलाके के तीन घरों पर हमला किया। दर्जनों परिवार अपना कुछ सामान लेकर अपने घर छोड़ने लगे। लाखों नागरिक दीर अल-बला इलाके में शरण लिए हुए हैं। इज़रायली सेना ने कहा कि उसने मौजूदा संघर्ष के दौरान निकासी आदेश वाले ज़िलों में प्रवेश नहीं किया है और वह इलाके में दुश्मन की क्षमताओं और आतंकवादी ढांचे को खत्म करने के लिए पूरी ताकत से कार्रवाई जारी रखे हुए है।

इज़रायली सूत्रों का कहना है कि सेना अब तक बाहर इसलिए नहीं गई है क्योंकि उन्हें शक है कि हमास ने वहां बंधकों को बंदी बना रखा है। माना जाता है कि गाजा में बंदी बनाए गए बचे 50 बंधकों में से करीब 20 अभी भी जिंदा है।

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सीजफायर पर बातचीत

इज़रायल और हमास दोहा में अप्रत्यक्ष वार्ता कर रहे हैं, जिसका मकसद 60-दिवसीय युद्धविराम और बंधक समझौते पर पहुंचना है। हालांकि, अभी तक कोई सफलता नहीं मिली है। कतर में युद्धविराम वार्ता की खबरों के बीच रविवार (20 जुलाई) शाम को इज़रायल की सीमा के पास उत्तरी गाजा में कई विस्फोट देखे और सुने गए। इज़रायली सेना ने कहा कि उसके सैनिक सैन्य कार्रवाई जारी रखे हुए हैं और गाजा शहर में जमीनी सैनिकों और हवाई हमलों सहित अपने अभियान चला रहे हैं।

स्वास्थ्य अधिकारियों के मुताबिक, गाज़ा में हमले से अब तक 58 हजार से ज़्यादा फ़िलिस्तीनी मारे जा चुके हैं। लगभग पूरी आबादी विस्थापित हो गई है और यह इलाका मानवीय संकट में फंस गया है।

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