स्पोर्ट्स डेस्क– इंडियन प्रीमियर लीग दुनिया में क्रिकेट की सबसे बड़ी लीग है, इस लीग में वर्ल्ड क्रिकेट का हर क्रिकेटर खेलने का सपना देखता है। क्योंकि इस लीग में वो सबकुछ है जो एक क्रिकेटर चाहता है। अगले महीने से आईपीएल के 11वें सीजन की शुरुआत हो रही है। जहां इस बार बहुत कुछ बदला हुआ नजर आने वाला है। दो साल बैन के बाद चेन्नई सुपरकिंग्स और राजस्थान रॉयल्स की टीम मैदान पर नजर आएंगी। कई खिलाड़ी एक टीम से दूसरी टीम में नजर आएंगे, क्योंकि इस बार आईपीएल ऑक्शन मेगा स्तर पर हुआ है। कई खिलाड़ियों की टीम बदल गई है। तो वहीं कई नए खिलाड़ी भी शामिल किए गए हैं। इतना ही नहीं इस बार इंडियन प्रीमियर लीग के दौरान होने वाले मुकाबलों में एक और नई चीज देखने को मिलने वाली है। जिसका इस्तेमाल इंटरनेशनल क्रिकेट में तो हो रहा है, लेकिन इस बार से आईपीएल में भी होने जा रहा है।
DRS का होगा इस्तेमाल
इस बार आईपीएल के सीजन-11 में जब मुकाबलों की शुरुआत होगी, तो पूरे टू्र्नामेंट में डिसीजन रिव्यू सिस्टम मतलब डीआरएस का इस्तेमाल किया जाएगा। जो इंडियन प्रीमियर लीग के इतिहास में पहली बार होगा। आईपीएल के चेयरमैन राजीव शुक्ला ने खुद इस बात की पुष्टि की है। मतलब साफ है कि इस बार आईपीएल के मैचेस में डीआरएस इस्तेमाल किया जाएगा।
ऐसा करने वाली दूसरी क्रिकेट लीग
वर्ल्ड क्रिकेट में देखा जाए तो इन दिनों क्रिकेट के इस छोटे फॉर्मेट के कई लीग चल रहे हैं। पाकिस्तान में भी पीएसएल का आयोजन किया जाता है। जिसमें डीआरएस सिस्टम का इस्तेमाल किया जाता है। और अब पीएसल के बाद आईपीएल दुनिया की दूसरी क्रिकेट लीग है जो डीआरएस का इस्तेमाल करने जा रही है।
पहले बीसीसीआई ही करता था विरोध
आईपीएल में डीआरएस का इस्तेमाल करना एक तरह से चौकाने वाला फैसला भी है। क्योंकि पहले बीसीसीआई ही डीआरएस के इस्तेमाल का विरोध करती थी। साल 2016 में इंग्लैंड टीम के भारत दौरे के दौरान बीसीसीआई ने डीआरएस को टीम इंडिया के मुकाबलों में लागू करने के लिए हरी झंडी दी थी। इस दौरान बोर्ड का तर्क था कि ये तकनीकी तौर पर फुलप्रूफ नहीं है। लेकिल लगता है डीआरएस को लेकर बीसीसीआई की सोच अब बदल गई है।
IPL में DRS के इस्तेमाल को लेकर हुई थी मीटिंग
आईपीएल 2018 में डीआरएस के इस्तेमाल को लेकर 3 महीने पहले विशाखापट्टनम में मीटिंग हुई थी। जहां 10 घरेलू अंपायरों के लिए डीआरएस की वर्कशॉप भी आयोजित करवाई गई थी। वर्कशॉप में वो सभी अंपायर शामिल थे जो सीजन-11 में अंपायरिंग करते मैदान पर दिखने वाले हैं। इस वर्कशॉप में आईसीसी अंपायर कोच डेनिस बर्न्स और ऑस्ट्रेलियाई अंपायर पॉल राइफल ने इसके बारे में जानकारी दी थी।