नई दिल्ली। हाल ही में संपन्न पंजाब विधानसभा चुनावों में आम आदमी पार्टी (आप) के जबरदस्त प्रदर्शन ने पार्टी में राघव चड्ढा का कद ऊंचा किया है. चुनाव के दौरान उन्हें अहम जिम्मेदारी सौंपी गई थी. राघव चड्ढा को अब आप का ‘चाणक्य’ माना जा रहा है. आप के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने राघव चड्ढा पर भरोसा जताया था और 2020 में उन्हें पंजाब के लिए पार्टी का सह प्रभारी नियुक्त किया था. दिल्ली के राजेंद्र नगर निर्वाचन क्षेत्र से विधायक चड्ढा ने सफलतापूर्वक जिम्मेदारी निभाई और राज्य में रेत खनन जैसे प्रमुख मुद्दों को लगातार उठाया.

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राघव चड्ढा पार्टी के शुरुआती दिनों से केजरीवाल के साथ रहे हैं और उन्होंने लोकपाल बिल का मसौदा तैयार करने में अहम भूमिका निभाई. पेशे से चार्टर्ड अकाउंटेंट राघव चड्ढा पार्टी के सबसे युवा प्रवक्ता हैं और पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य भी हैं. 2019 में उन्होंने दक्षिण दिल्ली से लोकसभा चुनाव लड़ा और दूसरे स्थान पर रहे. बाद में 2020 में उन्होंने राजेंद्र नगर विधानसभा सीट से चुनाव लड़ा और जीत हासिल की. वर्तमान में वे दिल्ली जल बोर्ड के उपाध्यक्ष हैं. आप नेता ने हाल ही में कई मुद्दों पर बात की, जिसमें पंजाब चुनाव में उनकी भूमिका भी शामिल है.

IANS से राघव चड्ढा के साक्षात्कार के अंश:

प्रश्न: क्या आप पंजाब में इस तरह की शानदार जीत की उम्मीद कर रहे थे ?

जवाब: मुझे पहले दिन से ही पता था कि लोग पंजाब में बदलाव के लिए वोट करने जा रहे हैं. हमने पहले कोई दावा नहीं किया, क्योंकि इसे हमारा अभिमान माना जाता था. हमने इस चुनाव को ‘धर्म’ और ‘अधर्म’ के बीच एक लड़ाई के रूप में देखा, जिसमें द्वेष और अनौचित्य की पराजय हुई.

प्रश्न: पंजाब की जीत में आपका क्या योगदान था? क्या आप हैं इस जीत के पीछे के ‘चाणक्य’ हैं?

जवाब: यह पंजाब के लोगों की जीत है. हम बहुत ही सामान्य परिवार से आते हैं. यह पंजाब में पार्टी कार्यकर्ताओं की जीत है. कांग्रेस, भाजपा, अकाली दल के नेताओं ने हमारे खिलाफ भड़काऊ बयान दिया. अरविंद केजरीवाल को भी आतंकवादी कहा गया. मुझे गोरे अंग्रेज और केजरीवाल को अश्वेत अंग्रेज कहा गया. भगवंत मान का भी अपमान किया गया, लेकिन हमने केवल सकारात्मक प्रचार पर ध्यान केंद्रित किया. यह नेकी की जीत है, हमने पंजाब के लोगों से कहा था कि ‘झाड़ू चलाओ’. जनता ने झाड़ू के साथ-साथ ‘वैक्यूम क्लीनर’ का भी इस्तेमाल किया.

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प्रश्न: क्या भगवंत मान मुख्यमंत्री पद के लिए सही उम्मीदवार हैं?

जवाब: भगवंत मान एक योग्य व्यक्ति हैं. वह एक महान प्रशासक और मुख्यमंत्री साबित होंगे. मैं उन्हें लंबे समय से जानता हूं. 2014 में जब वे पहली बार सांसद बने, तो मैंने उनके साथ उनके संसदीय सचिव के रूप में काम किया था, इसलिए मैं उन्हें व्यक्तिगत रूप से जानता हूं. वह संसद में शीर्ष प्रदर्शन करने वाले सांसद भी रह चुके हैं.

प्रश्न: क्या मुख्यमंत्री ही निर्णय लेंगे या निर्णय आलाकमान का होगा?

जवाब : ऐसा कुछ नहीं होने वाला है. पंजाब की जनता ने उन्हें चुनकर सही जवाब दिया है. केजरीवाल और मनीष सिसोदिया सहयोग करेंगे और उन्हें पंजाब में अपने दिल्ली मॉडल, पानी-बिजली और शिक्षा मॉडल के सही कार्यान्वयन के लिए सलाह देंगे. वह राज्य में अच्छी व्यवस्था स्थापित करेंगे. यह ‘उड़ता पंजाब’ नहीं, बल्कि ‘उठता और खुशहाल’ पंजाब होगा.

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प्रश्न: यह आरोप लगाया गया है कि आप ने खालिस्तानियों से मदद ली, आप इसे कैसे देखते हैं?

जवाब: हमें खालिस्तानी और आतंकवादी कहने वालों को जनता से मुंहतोड़ जवाब मिला है. इन लोगों ने लोगों के डर से खेलने की कोशिश की. पंजाब में चाहे पंथी सीट हो या हिंदू बहुल सीट, हमने सब कुछ जीता है. पंजाब में हमेशा जाति की राजनीति होती है, लेकिन इस बार लोगों ने हमें बदलाव और विकास का मौका दिया है.

प्रश्न: आप आम आदमी पार्टी के भविष्य को कैसे देखते हैं?

जवाब: पंजाब के बाद, हमारी पार्टी उत्तराखंड, गोवा, गुजरात, महाराष्ट्र में बीजेपी और कांग्रेस दोनों को कड़ी टक्कर देगी और पार्टी राष्ट्रीय स्तर पर अपना विस्तार करेगी. पंजाब पर दशकों तक राज करने वाले वंशवाद की जड़ें हिल चुकी हैं. अरविंद केजरीवाल भाजपा के सबसे बड़े प्रतिद्वंद्वी होंगे और आप राष्ट्रीय स्तर पर और साथ ही देशभर में कांग्रेस के लिए एक स्वाभाविक विकल्प है.