कुमार इंदर, जबलपुर। हाईटेक होती तकनीक के दौर में ठगों ने भी अपने आपको अपग्रेट कर लिया है। यही नहीं अब ठग ऑनलाइन तरीको में लगातार प्लेटफॉर्म बदल-बदल के अपने कारनामों को अंजाम दे रहे हैं। जैसे-जैसे जालसाजों के सारे हथकंडों पर जांच एजेंसियां शिकंजा कस रही है, वैसे-वैसे जालसाज भी नए-नए तरीके ईजाद कर लोगों को लूटने के हथकंडे अपना रहे हैं। इन्हीं हथकंडों में से एक है शेयर ट्रेडिंग एप… यानी सायबर ठगों की नजर अब उन लोगों पर गड़ गई है जो शेयर ट्रेडिंग के जरिए लाखों रुपए का निवेश करते हैं।

कुछ इस तरह से होता है खेल

सबसे पहले मोबाइल पर एक अननोन ब्लू लिंक (Unknown Blue Link) भेजी जाती है और फिर उसी के जरिए नेस्को से एक इन्वेस्ट करने के लिए ऑनलाइन एप डाउनलोड कराया जाता है और उसी ऐप के माध्यम से जालसाज भारी भरकम रिटर्न का सब्जबाग दिखाकर निवेशकों को इस तरह जकड़ लेते हैं कि लाखों रुपए इन्वेस्ट करने के बावजूद भी वे चाह कर भी एक फूटी कौड़ी भी निकाल नहीं पाते। सबसे पहले सायबर के जालसाज उन लोगों को खोजते हैं जो शेयर ट्रेडिंग में दिलचस्पी रखते हैं, फिर उनके मोबाइल पर अननोन लिंक भेजी जाती है, इन ब्लू लिंक पर जैसे ही क्लिक किया जाता है तो वे सीधे शेयर ट्रेडिंग के टेलीग्राम ग्रुप पर ज्वाइन हो जाते हैं।

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APP डाउनलोड कराने के बाद निवेश

यहां पहले से ही मौजूद सदस्यों के द्वारा अब तक हुए मुनाफे की चर्चाएं की जाती है और इन्हीं चर्चाओं से प्रभावित होकर नए ज्वाइन होने वाले सदस्य भी शेयर ट्रेडिंग में निवेश करने के लिए प्रेरित होता है। एक के बाद एक कई एप्स डाउनलोड करवाने के बाद उनसे लाखों रुपयों का निवेश कराया जाता है और इसमें उनके निवेश के बदले भारी भरकम मुनाफा भी एप में ही दिखाया जाता है, लेकिन जब बारी रकम निकालने की आती है तो निवेशक न तो जमा की हुई राशि निकाल पाता है और न ही दिखाए गए मुनाफे की रकम विड्रा होती है। इसके बाद निवेशक को खुद के लुटने का एहसास होता है।

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जबलपुर के व्यापारी के साथ 90 लाख की ठगी

ऐसा ही एक मामला सामने आया है, जिसमें पिछले दिनों जबलपुर के एक व्यापारी को साइबर ठगों ने अपनी जाल में फंसाया और उससे करीब 90 लाख का निवेश शेयर ट्रेडिंग में करवा लिया। कई किस्तों में इतनी बड़ी रकम शेयर ट्रेडिंग में लगाने के बाद भी जब व्यापारी को निवेश और मुनाफे की रकम नहीं मिली, तब उसे खुद के लुटने का एहसास हुआ और उसने जबलपुर के साइबर सेल में शिकायत दर्ज कराई, जिसके आधार पर जांच की जा रही है।

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साइबर टीम ने लोगों से की ये अपील

राज्य साइबर पुलिस की निरीक्षक नीलेश अहिरवार बताती है कि अकेले एक ही मामले में 90 लाख से भी ज्यादा की रकम गवां चुके एक व्यापारी की शिकायत पर साइबर के जालसाज़ों की खोजबीन की जा रही है। इस तरह के मामलों के तेजी से आने के चलते राज्य साइबर पुलिस के अधिकारी भी हैरत में हैं और वे शेयर ट्रेडिंग करने वाले लोगों को अननोन ब्लू लिंक से सावधान रहने और शेयर ट्रेडिंग का कारोबार सरकार से अधिकृत एप्स के जरिए ही ट्रांजेक्शन करने की सलाह दे रहे हैं।

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