Jackfruit Day 2024 : आज यानी 4 जुलाई के दिन हर साल कटहल दिवस मनाया जाता है. कटहल एक फल है, लेकिन इसका इस्तेमाल अधिकांश जगहों पर सब्जी के रूप में किया जाता है. इस दिन की शुरुआत 2016 में कटहल के विभिन्न उपयोगों के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए की गई थी, जिसमें स्वादिष्ट व्यंजनों में इसकी भूमिका से लेकर इसके कच्चे बनावट के कारण मांस के विकल्प के रूप में इसकी क्षमता तक शामिल है.
कटहल दिवस का महत्व इस बात में निहित है कि यह एक ऐसे फल पर केंद्रित है जो न केवल पोषण से भरपूर है, बल्कि विश्वभर में विभिन्न संस्कृतियों में महत्वपूर्ण भूमिका भी निभाता है.
कहां से आया कटहल (Jackfruit Day 2024)
आज हम आपको बताएंगे कि दुनिया में सबसे पहले कटहल कहां पर उगाया गया था और इसका नाम कटहल कैसे पड़ा था. इसमें विटामिन और एंटीऑक्सीडेंट की मात्रा अधिक होती है. कई जगहों पर लोग कटहल को सब्जी के रूप में बनाकर खाते हैं, यह इसके लंबे इतिहास का भी संकेत है, जो 1563 में पुर्तगाली विद्वान गार्सिया दा ओर्टा द्वारा ‘ चक्का ‘ फल की पहचान ‘ जाका ‘ के रूप में करने से शुरू हुआ.1782 तक, यह फल जमैका तक पहुँच गया, और दुनिया भर में फैल गया. माना जाता है कि “जैकफ्रूट” शब्द पुर्तगाली “जैका” से लिया गया है. 2018 में, केरल, भारत ने कटहल को अपना आधिकारिक राजकीय फल घोषित किया.
भारत में उगा ये फल
माना जाता है कि कटहल सालों पहले भारत उगा था. क्योंकि दक्षिण भारत के साथ ही उत्तर भारत के राज्यों में कटहल के पेड़ हजारों सालों से हैं. भारत के साथ ही कटहल पड़ोसी देश बांग्लादेश, मलेशिया, बर्मा, श्रीलंका, इंडोनेशिया, फिलीपींस और पश्चिम अफ्रीका में भी पाया जाता है. आपको ये जानकार हैरानी होगी कि कुछ लोग अपनी मोटी सैलरी वाली नौकरी छोड़कर कटहल पर काम कर रहे हैं और इसके रेस्टोरेंट भी चलाए जा रहे हैं. अब विदेश में शाकाहारी लोगों के बीच में यह जरूरी फल बनकर सामने आ रहा है और मीट नहीं खाने वाले लोग उसे उसका ऑप्शन मान रहे हैं.
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