जालंधर.  पंजाब में जालंधर लोकसभा उपचुनाव को लेकर राजनीति गरमाई हुई. जेल से सजा काटकर आए कांग्रेस के सीनियर नेता नवजोत सिंह सिद्धू भी पूरी तरह राजनीति में सक्रिय हो गए है. वह एक के बाद एक पार्टी के सीनियर नेताओं से मुलाकात कर रहे है और उनको दोबारा एकजुट कर पार्टी को मजबूत करने में लग गए है. इसी कड़ी में अब उन्होंने दिग्गज कांग्रेसी नेताओं से एक साथ मुलाकात की है. इसमें पूर्व मुख्यमंत्री राजिंदर कौर भट्टल और पूर्व पीसीसी अध्यक्ष लाल सिंह, शमशेर सिंह दुल्लो और महेंद्र सिंह केपी शामिल है.

उन्होंने एक ट्वीट कर रह लिखा है कि जैसे बिना जड़ के कोई फल नहीं हो सकता है. उसी तरह कांग्रेस की संस्थाओं को सम्मान देना और उनका आशीर्वाद लेना ही एक मात्र रास्ता है, इससे पंजाब कांग्रेस की नींव मजबूत हो रही है. यह कांग्रेस-पंजाब की अगली पीढ़ी के लिए मार्गदर्शक है. पंजाब की आस्था और विश्वास को दर्शाने वाली मेधावी और ईमानदार युवा पीढ़ी को कमान सौंपना चाहते हैं.

कांग्रेस ने जालंधर लोकसभा उपचुनाव में अपनी पूरी ताकत लगा दी है. प्रदेश अध्यक्ष राजा वड़िंग और प्रताप सिंह बाजवा कई दिनों से जालंधर में डटे हैं. अब पार्टी के सांसद और पूर्व मंत्री भी मैदान में उतरने लगे हैं. कुछ समय पहले ही जेल से बाहर आए भारत भूषण आशु भी जालंधर पहुंचे. उन्होंने पार्टी नेताओं के साथ बैठक की.

सिद्धू ने कहा कि पुराने लोगों को दरकिनार करके कोई पार्टी आगे नहीं बढ़ सकती। जालंधर में लोकसभा उपचुनाव जीतने के लिए पुराने कांग्रेसियों को अपने साथ लेकर चलना बेहद जरूरी है, क्योंकि इनके बगैर जीतना बहुत मुश्किल है। कोई आपका पुराना वर्कर अगर रुठ कर घर बैठ जाए तो यह स्थिति बहुत खतरनाक होती है।