जशपुर. रविवार रात हुई बारिश ने जशपुर नगरपालिका के भ्रष्टाचार की पोल खोल दी. स्वच्छता की डींग हांकने वाली जशपुर नगर पालिका ने नाली के पानी की निकासी की भी व्यवस्था नहीं की है. गौरव पथ के लेवल को बिना देखे ऊंचा नीचा गुणवक्ताहीन और नियमों को ताक में रखकर गौरव पथ का निर्माण कर दिया गया. सड़क के दोनों ओर नाली का निर्माण भी ठीक से नहीं हुआ है. लिहाजा पानी नाली में जाने की बजाए लोगों के खेतों में जा रहा है.

गौरवपथ में जहां पर नाली निर्माण का काम छोड़ा गया है, वहां निजी जमीन है. वहां से पानी निकासी की कोई व्यवस्था नगर पालिका ने नहीं की है. जिसका खामियाजा आसपास के लोग एवं भूमि स्वामी को पिछले 3-4 साल से झेलना पड़ रहा है. इसे लेकर भूमि स्वामी ने प्रशासन को कई बार लिखित आवेदन देकर परेशानियों से अवगत कराया है. समय रहते नगर पालिका ने पानी निकासी की ओर ध्यान दिया होता तो ये स्थिति नहीं होती. लेकिन नगर पालिका की लापरवाही के कारण आज जनता को पानी निकासी की समस्या का सामना करना पड़ रहा है. हद तो तब हो गई जब पानी निकासी के लिए कुछ नहीं सुझा तो JCB से निजी भूमि स्वामी के जमीन बाउंड्री को ही तोड़ दिया गया.

ठेकेदार ने मुहाने को किया छोटा

स्थानीय लोगों का कहना है कि गौरव पथ में जो नाली जल संसाधन विभाग की ओर से बनाई गई है, इसमें बारिश का पानी उसी नाला में उत्तर दिशा की ओर बहता है. असल में जिस वक्त गौरव पथ का निर्माण हुआ उस वक्त गौरव पथ के बीच से होकर गुजरने वाली नाली के मुहाने को ठेकेदार के द्वारा छोटा कर दिया गया है. जिससे पर्याप्त पानी उस नाली में नहीं जा पा रही है. नतीजन जब ज्यादा बारिश होती है तो पानी जमा हो जाता है.

इसे भी पढ़ें :