जशपुर। जशपुर जिला जल्द ही अपराधों से मुक्त हो जाएगा, जिले की कुनकुरी पुलिस अब जादू से होने वाले अपराधों पर पहले ही नियंत्रण पा लेगी. शायद यही वजह है कि थाने के अंदर घंटों तक जादूगरी का खेल चलता रहा और थाना प्रभारी समेत सारा स्टाफ उसी में ही व्यस्त रहा. थाना प्रभारी उस दौरान यह भी भूल गए कि जिला कभी नक्सल प्रभावित भी था. उन्हें उस दौरान शायद यह यकीन रहा होगा कि अगर नक्सली भी वहां आ जाएं तो शायद वे उस जादू के माध्यम से उन्हें गायब कर देते या फिर उन्हें कोई जीव बनाकर पिंजरे में कैद कर लेते.
दरअसल थाना में मुसाफिरी दर्ज कराने आए एक जादूगर ने थाने में ही अपने जादू का पिटारा खोल लिया और अपने साथी के साथ मिलकर घंटों तक जादू दिखाता रहा. जादूगर ने ऐसा समां बांधा कि पूरा स्टाफ जादू देखने में ही व्यस्त हो गया, कुछ पुलिस कर्मी तो बकायदा उस जादू का हिस्सा तक खुशी-खुशी बन गए. थाने के अंदर तमाशा होते देख आस-पास से गुजर रहे लोग बड़ी संख्या में थाना के अंदर इकट्ठा हो गए.
इस मामले में जब लल्लूराम डॉट कॉम संवाददाता ने थाना प्रभारी जीएस दुबे से बात की तो उन्होंने बताया कि थाना में हुआ जादू का कार्यक्रम काफी अच्छा और मनोरंजक था. उन्होंने बताया कि कोई भी बाहर का आदमी रोजगार करने थाना क्षेत्र में आता है तो उसे मुसाफिरी दर्ज करानी पड़ती है. इसी सिलसिले में ये जादूगर भी आए थे. थाने में जादू दिखाने का आग्रह किया था.
वैसे भी पुलिस तो पुलिस है उसे कभी भी भैंस ढूंढ़ने के काम में भी लगाया जा सकता है लिहाजा जादू सीख लिया जाए तो राजनीति की गुमी हुई भैंस भी मिल जाएगी साथ ही मेडल भी.