रिपोर्ट- संतोष चौधरी, जशपुर। 
सांप के काटने से जिंदगी तो बच गई लेकिन ऐसी जिंदगी भी क्या जिसे जीने में मरने से ज्यादा तकलीफ हो और तो और पेट के लिए जिसे 8 घंटे घिसट-घिसट कर चलना पड़े । ऐसे युवक को सरकारी मदद का इंतजार है।
पढ़ाई में होनहार गरीब परिवार का युवक विनोद चौहान की जिंदगी उस वक्त  कर रहा है। इस युवक की दुर्दशा करैत सांप के काटने से हुई है। सर्पदंश के कारण दोनों पैरों से लाचार विनोद चौहान पेंशन के लिए 6 किलोमीटर का पैदल सफर 8 घंटे में पूरी करता है । गरीब परिवार में रह रहे निःशक्त को तीन सौ रुपए पेंशन के सिवा किसी भी प्रकार की सरकारी मदद नहीं मिलती है।
कोतबा से लगे पंचायत परसाटोली के आश्रित ग्राम गोलियागढ़ पकरी टोला निवासी विनोद चौहान को 10 साल पहले जहरीले करैत सांप ने डस लिया था। इलाज के बाद विनोद की जान तो बच गई लेकिन शरीर में सर्पदशं के कारण गंभीर क्षति पहुंची। विनोद चौहान की स्थिति यह है कि वह दोनों पैर से घिसट कर मुश्किल से दो कदम चलता है। आंखों की रोशनी भी लगातार कम होती जा रही है और उसे देखने में बड़ी परेशानी होने लगी है।
विनोद का परिवार अत्यंत गरीब है,और वह दो छोटे भाइयों के साथ रहता है। पिता डमरूधर चौहान ट्रक चालक है और  आमदनी इतनी नहीं है कि  विनोद का बड़े अस्पताल में ले जाकर इलाज करा सके। बड़ी मशक्कत के बाद विनोद को निःशक्त पेंशन के रूप में साढ़े तीन सौ रुपए मिलना प्रारंभ तो हो गया। लेकिन पेंशन लेने के लिए जो तकलीफ उठानी पड़ती है वह बेहद कठिन है। पेंशन लेने जाने और लेकर आने में उसे 6 किलोमीटर से अधिक का सफर तय करना होता है।

वीडियो देखिए-

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दोनों पैरों को बारी-बारी से घसिटते हुए विनोद लगभग डेढ़ घंटे में एक किलोमीटर का सफर तय कर पाता है, समस्या यहीं समाप्त नहीं होती है। कई बार विनोद को बिना पेंशन लिए ही आना पड़ता है, पंचायत के द्वारा कई बार पेंशन समय पर नहीं देने से भी परेशानी बढ़ जाती है।उसकी सामान्य आवश्यकता के  लिए पेंशन ही एक मात्र सहारा है।
विनोद चौहान तब कक्षा सातवीं का होनहार विद्यार्थी था और कम उम्र में ही वह अच्छा मोटर मैकेनिक भी बन गया था। लेकिन सर्पदंश का शिकार होने के बाद यह हालत हुई है। इसे ट्राई सायकल मिले और उसका बेहतर इलाज हो जाए तो मोटर मैकेनिक बनकर आत्म निर्भर बन सकता है।
वहीं मीडिया द्वारा मामले की जानकारी पत्थलगांव जनपद सीईओ को दिए जाने पर इस मामले में अधिकारियों ने जल्द ही पीड़ित को सहायता मुहैया कराने की बात कही है।