कर्ण मिश्रा, ग्वालियर। भारतीय जनता पार्टी के घोषणा पत्र (MP BJP Manifesto) को लेकर पूर्व वित्त मंत्री जयंत मलैया (Jayant Malaiya) आज मध्य प्रदेश के ग्वालियर (Gwalior) पहुंचे। जहां उन्होंने पूर्व राज्यसभा सांसद प्रभात झा, कवींद्र कियावत, पार्टी जिला अध्यक्ष अभय चौधरी सहित ग्वालियर चंबल अंचल के नेताओं के साथ मंथन किया। इस बैठक में ग्वालियर चंबल अंचल के मुद्दों को लेकर चर्चा हुई।
प्रदेश के सभी संभागों में बैठक के बाद ग्वालियर चबंल संभाग की अंतिम बैठक ली गई। मीटिंग के बाद संभाग के सभी जिला, तहसील, जनपद के साथ गांव और वार्डों तक पहुंचकर जनता से राय ली जाएगी। जनता के बताए मुद्दों के बाद उनको घोषणा पत्र में शामिल किया जाएगा।
जनता से ली जाएगी राय- पूर्व वित्त मंत्री
बैठक के बाद पूर्व वित्त मंत्री मलैया ने कहा कि इस बार भाजपा ने विचार बनाया है कि हम जनता के हर वर्ग से पूछना चाहते हैं कि उनकी अपेक्षाएं क्या है। जनता बताए कि BJP के घोषणा पत्र में क्या हो ? इसी को लेकर मैं, प्रभात झा और कवींद्र कियावत सभी लोगों से संवाद कर रहे है।
जयंत मलैया ने बताया कि आज एमपी के अन्य संभागों से होते हुए ग्वालियर चंबल संभाग की आखिरी बैठक की है। जनता के बीच पहुंचकर उनसे मत लेंगे कि वह क्या चाहते हैं। इससे जो मुद्दे सामने आएंगे, उसका संकलन करेंगे। बहुत सारी बातें हम समझ नहीं पाते हैं, लेकिन सामान्य सा आदमी भी बड़ी बात बता देता है। सभी संभागों से हमने लोगों से राय ली है, जिसे नीचे से ऊपर तक लाया जाएगा।
घोषणा पत्र पर राजनीति को लेकर कही ये बात
घोषणा पत्र पर होने वाली राजनीति पर पूर्व वित्त मंत्री ने कहा कि बीजेपी और कांग्रेस के मेनिफेस्टो में बहुत बड़ा अंतर है। हमने 2018 का कांग्रेस का घोषणा पत्र भी देखा है। उन्होंने कहा था कि हम सरकार में आए तो किसानों का 2 लाख का कर्ज़, फिर वह किसी भी बैंक का हो उसे माफ करेंगे, लेकिन सबको पता है कि वादे के बाद कुछ नहीं हुआ। जब चुनाव हो रहा था तो राहुल गांधी जी ने बोला था कि हमारी सरकार बनने के 10 दिन के अंदर यदि कर्जा माफ नहीं करेंगे तो ऐसे मुख्यमंत्री को हम हटा देंगे, लेकिन हटाया नहीं, यह सब बातें हैं जो आती रहती हैं। लंबी-लंबी बातें लिख देने, बोल देने से कुछ नहीं होता है।
बीजेपी नेताओं के पार्टी छोड़ने पर मलैया बोले- कोई बड़ी बात नहीं
बीजेपी के दिग्गज, बड़े नेताओं के साथ पुत्र पुत्रियों की लगातार पार्टी छोड़ने पर कहा कि चुनाव के पहले एक पार्टी से दूसरी पार्टी में आना-जाना अब सामान्य सी बात हो गई है। आज के दौर में यह कोई बड़ी और कोई खास बात नहीं है। जब ऐसे लोग पार्टी छोड़ेंगे तो कुछ ना कुछ आरोप तो लगाएंगे। पार्टी में जिम्मेदार लोग सभी मामलों पर निगाह रखे हुए हैं।
सर्वे के आधार और काम करने वालों को टिकट- जयंत मलैया
वहीं ‘बीते विस चुनाव के दौरान हुए घटनाक्रम के बाद क्या इस बार सिद्धार्थ मलैया सहित अन्य नेता पुत्रों को टिकट देगी’ इस सवाल पर जयंत ने कहा कि इस पर कुछ नहीं कहा जा सकता है। यह पार्टी पर निर्भर करता है कि किसे टिकट देती है। सर्वे के आधार पर टिकट दे रही है। जिसका नाम सबसे ऊपर आएगा उसे टिकट दिया जाएगा। जो लंबे वक्त से क्षेत्र में काम कर रहा है, फिर वह किसी का बेटा हो या बेटी हो, उसे टिकिट मिल सकता है।
कांग्रेस के आरोपों पर किया पलटवार
चुनावी साल में सरकारी खजाने पर बढ़ रहे वजन को लेकर कांग्रेस नेताओ के आरोपो पर पूर्व वित्त मंत्री ने कहा कि उनसे सवाल पूछा जाना चाहिए कि कांग्रेस ने कैसे घोषणा की थी कि किसानों का 2 लाख का कर्जा माफ किया जाएगा। कांग्रेस की ट्रेजरी में क्या पैसा था ? वह इतना पैसा उधार भी ले सकते थे। उन्हें अपने ऊपर झांककर देखना चाहिए। दूसरों के ऊपर आरोप लगाने से क्या होता है। बीजेपी जो कर रही है वह निश्चित तौर पर हर चीज ध्यान में रखकर कर रही है, हम आगे भी उसे करते रहेंगे।
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