Jayesh Logistics IPO: लॉजिस्टिक्स सेक्टर में तेजी से उभरती कंपनी Jayesh Logistics Limited अब बाजार में कदम रखने को तैयार है. 27 अक्टूबर 2025 से खुलने जा रहा यह IPO निवेशकों के बीच चर्चा का केंद्र बना हुआ है.

लगातार बढ़ती आय, दोगुना मुनाफा और टेक-ड्रिवन सप्लाई चेन सॉल्यूशंस, इन तीन आधारों पर कंपनी ने अपनी मजबूत पहचान बनाई है. लेकिन सवाल यह है कि क्या इसका ₹28.64 करोड़ का SME IPO निवेशकों को शानदार रिटर्न दिला पाएगा?

Also Read This: SBI Card का बड़ा धमाका! तोड़ा पिछला रिकॉर्ड, जानिए किस चाल से बढ़ाया मुनाफा 10% तक

Jayesh Logistics IPO
Jayesh Logistics IPO

IPO टाइमलाइन और लिस्टिंग डेट

  • ओपनिंग डेट: 27 अक्टूबर 2025
  • क्लोजिंग डेट: 29 अक्टूबर 2025
  • अलॉटमेंट: 30 अक्टूबर 2025
  • लिस्टिंग: 3 नवंबर 2025 (NSE SME प्लेटफॉर्म)

तीन दिनों की इस विंडो में निवेशक Jayesh Logistics के शेयरों के लिए आवेदन कर सकेंगे.

Also Read This: सिनेमा जैसा एक्सपीरियंस घर पर! Xiaomi ने लॉन्च किया 98-इंच का धमाकेदार Mini LED TV, साथ आया Redmi Projector 4 Pro

इश्यू साइज और निवेश डिटेल्स (Jayesh Logistics IPO)

यह IPO ₹28.64 करोड़ का फ्रेश इश्यू है, जिसमें कंपनी 23 लाख नए शेयर जारी करेगी.

  • प्राइस बैंड: ₹116 – ₹122 प्रति शेयर
  • लॉट साइज: 1000 शेयर
  • न्यूनतम निवेश (Retail): ₹1,22,000
  • HNI निवेश (3 लॉट): ₹3,66,000

यह स्पष्ट है कि SME कैटेगरी में यह इश्यू सीमित लेकिन गंभीर निवेशकों के लिए डिज़ाइन किया गया है.

IPO से जुटाई राशि का उपयोग

कंपनी ने फंड्स के उपयोग के स्पष्ट उद्देश्य तय किए हैं:

  • ₹8.84 करोड़ साइड-वॉल ट्रेलर्स की खरीद पर खर्च होंगे.
  • ₹11.23 करोड़ वर्किंग कैपिटल जरूरतों को पूरा करने में लगाए जाएंगे.
  • ₹71.5 लाख Smart Logistics Application (Phase 2) पर खर्च होंगे.
  • शेष राशि General Corporate Purpose के लिए उपयोग की जाएगी.

इन प्रोजेक्ट्स से कंपनी की ट्रांसपोर्ट कैपेसिटी और ऑपरेशनल एफिशिएंसी में महत्वपूर्ण सुधार की उम्मीद है.

Also Read This: US का रूस पर प्रतिबंध… चीन ने Russia Oil इम्‍पोर्ट को किया सस्‍पेंड, भारत में भी बढ़ सकती हैं तेल की कीमतें

कंपनी प्रोफाइल: “सीमाओं के पार सप्लाई चेन का स्मार्ट नेटवर्क” (Jayesh Logistics IPO)

2011 में कोलकाता से शुरू हुई Jayesh Logistics Limited आज भारत-नेपाल कॉरिडोर की प्रमुख क्रॉस-बॉर्डर ट्रांसपोर्ट कंपनी मानी जाती है.
कंपनी सिर्फ ट्रकिंग सर्विस नहीं देती, बल्कि एंड-टू-एंड सप्लाई चेन मैनेजमेंट, वेयरहाउसिंग और पोर्ट हैंडलिंग जैसी सेवाएं भी प्रदान करती है.

इसका सबसे बड़ा तकनीकी हथियार है, SMART-SYS Software, जो ERP, AI-आधारित CRM, GPS/RFID और ब्लॉकचेन e-POD को जोड़ता है. यह सिस्टम रीयल-टाइम ट्रैकिंग और ऑटोमेटेड डेटा एनालिसिस के जरिए फ्लीट मैनेजमेंट को स्मार्ट और सुरक्षित बनाता है.

Also Read This: US का रूस पर प्रतिबंध… चीन ने Russia Oil इम्‍पोर्ट को किया सस्‍पेंड, भारत में भी बढ़ सकती हैं तेल की कीमतें

वित्तीय प्रदर्शन (FY24–FY25): जब ग्रोथ ने रफ्तार पकड़ी

वित्तीय पैरामीटरFY24FY25वृद्धि (%)
Total Income₹88.30 करोड़₹112.03 करोड़+27%
PAT (शुद्ध मुनाफा)₹3.16 करोड़₹7.20 करोड़+128%
EBITDA₹10.40 करोड़₹16.93 करोड़+62%
Total Assets₹47.52 करोड़₹58.88 करोड़+24%
Net Worth₹8.02 करोड़₹17.33 करोड़+116%
स्पष्ट है कि FY25 में कंपनी ने न केवल राजस्व बढ़ाया बल्कि मुनाफे में भी दोगुनी से ज्यादा उछाल दर्ज की.

Also Read This: Vivo का धमाकेदार डील! 7300mAh बैटरी और 90W फास्ट चार्जिंग, 5G के साथ; कीमत सिर्फ ₹19,499

Grey Market Premium (GMP) संकेत क्या दे रहा है? (Jayesh Logistics IPO)

बाजार सूत्रों के अनुसार, Jayesh Logistics IPO का GMP फिलहाल ₹4 चल रहा है, यानी इश्यू प्राइस से लगभग 3.2% प्रीमियम.

यह मामूली प्रीमियम यह दिखाता है कि निवेशक फिलहाल सतर्क लेकिन रुचि रखते हैं. यदि लिस्टिंग के करीब निवेशकों की प्रतिक्रिया बनी रहती है, तो शेयर का लिस्टिंग प्राइस ₹125–₹130 के आसपास रह सकता है.

Also Read This: ‘अबकी बार मोदी सरकार’ का नारा देने वाले पीयूष पांडे का निधन: ‘एड गुरु’ के नाम से थे फेमस, ‘मिले सुर मेरा तुम्हारा’ और ‘ठंडा मतलब कोका कोला’ जैसे कई सफल विज्ञापन से जुड़े थे

कंपनी के प्रमोटर और लीड मैनेजर्स

  • प्रमोटर: संजय कुमार कुंडलिया, नविता कुंडलिया, बिष्णु कुमार बजाज, रश्मि बजाज और RHMB India Pvt. Ltd.
  • बुक रनिंग लीड मैनेजर: Indcap Advisors Pvt. Ltd.
  • रजिस्ट्रार: KFin Technologies Ltd.

क्या निवेश करना सही रहेगा? (Jayesh Logistics IPO)

Jayesh Logistics की ग्रोथ स्टोरी मजबूत लगती है, खासकर मुनाफे में 128% की बढ़त और वर्किंग कैपिटल के विस्तार को देखते हुए. हालांकि, SME मार्केट की लिक्विडिटी रिस्क और लो वॉल्यूम ट्रेडिंग को नज़रअंदाज़ नहीं किया जा सकता.

अगर आप मीडियम-टर्म निवेशक हैं और लॉजिस्टिक्स सेक्टर की क्षमता पर भरोसा रखते हैं, तो यह इश्यू आपके पोर्टफोलियो में ग्रोथ का नया रास्ता खोल सकता है.

Also Read This: नई Kia Seltos जल्द लॉन्च: दमदार लुक, जबरदस्त फीचर्स और सेफ्टी में होगा बड़ा अपग्रेड!