सुप्रिया पांडेय, रायपुर। जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) के प्रदेश अध्यक्ष अमित जोगी ने आज प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कांग्रेस सरकार के दो साल पूरे होने पर वादाखिलाफी का आरोप लगाए. कहा कि इसके विरोध में जेसीसीजे आज से एक हफ्ते तक अभियान चलाएगी. 17 दिसंबर को सभी जिला मुख्यालयों में काला दिवस मनाएगी. धरना प्रदर्शन कर सरकार को उनके वादे याद दिलाया जाएगा.

अमित जोगी ने कहा कि किसानों का कर्जमाफी कर सरकार ने बेहतर शुरुआत की है. लेकिन कार्यकाल के दो महीने में ही सरकार की प्राथमिकता बदल गई. अपने राजनीतिक विरोधियों को फंसाने और खुद को बचाने के उद्देश्य से गैर कानूनी ढंग से एसआईटी का गठन किया. मंत्रियों व अधिकारियों के हाथ बांध दिए गए. छोटे से बड़े ठेके और चपरासी से लेकर चीफ सेक्रेटरी का ट्रांसफर कर एकाधिकार स्थापित किया. जितने ट्रांसफर कुल 18 वर्ष में नहीं हुए, उतने 2 वर्षों में हुए. जेसीसीजे का मानना है कि छत्तीसगढ़ सरकार पर कांग्रेस पार्टी के पोषण का भार आ गया है.

ब्लैक में शराब और रेत की बिक्री

शराब, रेत, कोयला और लौह अयस्क के ठेकों में पारदर्शिता को समाप्त कर अपने मनपसंद लोगों को उपकृत किया जा रहा है. जीएसटी और आबकारी टैक्स के समकक्ष एक समान्तर गैर कानूनी टैक्स प्रणाली स्थापित हो चुकी है, जो कानूनी टैक्स प्रणाली से कई ज्यादा प्रभावशील, 50 प्रतिशत शराब और 75 प्रतिशत रेत की बिक्री ब्लैक में होती है.

सट्टा, ड्रग्स जैसे गैरकानूनी धंधों के बेरोकटोक संचालन के लिए चुनिंदा लोगों को अनाधिकृत रूप से अधिकृत किया. इनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई है. छत्तीसगढ़ सरकार ने 2018 की घोषणा पत्र में 33 वादे किए थे, जिसकी समय सीमा भी निर्धारित की गई थी.

दो साल में शराबबंदी नहीं हुई

अमित जोगी ने कहा कि 2 वर्षों में शराब दुकानों की संख्या बढ़ गई. ब्रांड की संख्या बढ़ गई. 3 समितियों का गठन किया गया. शराबबंदी के लिए 2 साल में समिति की बैठक भी नहीं हुई. विद्या मितान सिंघ का नियमितीकरण का वादा किया गया था, आज उन्हें अपनी लड़ाई लड़ने सड़क पर उतरना पड़ रहा है.

नए विपक्ष की जरुरत

पुलिस अभ्यर्थियों पर लाठियां बरसाई जाती है. शिक्षक अभ्यर्थियों को किए गए वादे को पूरा नहीं किया. कांग्रेस की मध्य प्रदेश में सरकार गिर गई. राजस्थान में हिल गई, पूरे कांग्रेस पार्टी को चलाने का भार छत्तीसगढ़ सरकार पर है. रमन सिंह और भूपेश बघेल के रास्ते में कोई अंतर नहीं है, इसलिए एक नए विपक्ष की जरूरत है, इस कमी को हमें दूर करना है.

राज्य में विपक्ष की संगठनात्मक और सैद्धांतिक कमजोरी रही, इस कमजोरी को हमे दूर करना है

-पेंशन की जगह टेंशन

-भत्ता की जगह धक्का

-पट्टा की जगह सट्टा

-शराबबंदी की जगह शराबमंडी

-नियमितीकरण की जगह सस्पेंशन

-नौकरी की जगह लाठी

-कर्जमुक्त की जगह कर्जयुक्त

जेसीसीजे के राष्ट्रीय अध्यक्ष रेणु जोगी ने कहा कि 11 से 17 तक कार्यक्रम की रूपरेखा बनाई गई है. प्रदेशभर के जनता को जागरूक करेंगे कि पार्टी जो वादे करती है वो पूरे करती है.

पार्टी के तीन आंदोलन चल रहे हैं-

1.धान सत्याग्रह- जिसके तरह 4 मांगे

उठे एक एक धान का दाना

कम न पड़े बारदाना

बिचौलियों को भगाना

2500 रुपए दिलाना

  1. कोंडागांव में किसान की भूमि का रकबा कम क़रने के मामले में कोंडागांव कलेक्टोरेट का घेराव करेंगे
  2. प्रदेश सरकार को वादे याद दिलाने के लिए एक सप्ताह तक जेसीसीजे अभियान चलाएगी.

कांग्रेस का आंतरिक मामला

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने हाईकमान के कहने पर इस्तीफे देने की बात कही है. इस बयान पर रेणु जोगी ने कहा कि वैसे तो यह पार्टी का आंतरिक मामला है, लेकिन इसमें कांग्रेस आलाकमान को हस्तक्षेप कर जल्द ही कोई निर्णय लेना चाहिए.