रायपुर। जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़(जे) के अध्यक्ष अमित जोगी ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को चिट्ठी लिखी है. जोगी ने अपने पत्र में कर्ज माफी नीति को लेकर सवाल उठाए हैं. मरवाही क्षेत्र में ही 700 किसानों को 20 करोड़ का कर्ज पटाने स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ने नोटिस भेज जाने का जिक्र करते हुए उन्होंने किसानों की कर्जमाफी से जुड़ी तीन मांगें रखी हैं.

अमित जोगी ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को लिखे पत्र में बस्तर ब्लाक के किसान तुलाराम मौर्य एवं सुखदास का जिक्र करते हुए कहा कि आपकी सरकार द्वारा दस दिनों में सम्पूर्ण कर्ज माफ़ी की घोषणा के पांच महीने बीत जाने के बाद भी बैंक किसानों को ऋण चुकाने के नोटिस भेज रहे हैं, और ऋण न चुकाने पर उनको जेल भेज रहे हैं. उन्होंने कहा कि नोटिस से परेशान किसान जब बैंक में जाकर कहते हैं कि सरकार ने उनका कर्ज माफ कर दिया है फिर क्यों नोटिस दिया जा रहा है, तो बैंक प्रबंधन सरकार के ऋण राशि जमा नहीं करने का हवाला देते हुए उच्च प्रबंधन के निर्देश पर कर्ज वसूली की बात कहते हैं.

वन टाइम सेटलमेंट की रखी मांग

अमित जोगी ने कर्ज के बोझ तले दबे प्रदेश के किसानों की परेशानी को दूर करने के लिए भूपेश बघेल सरकार के समक्ष तीन मांगें रखी हैं, जिसमें राष्ट्रीय और निजी बैंकों से लिए मध्य और दीर्घकालीन ऋणों की माफ़ी के लिए वन टाइम सेटल्मेंट (OTS) की राशि पर एक महीने की समय सीमा निर्धारित की जाए. इस राशि को चुकाने के लिए सरकार कैसे संसाधनों उपलब्ध कराएगी, इसका स्पष्ट आगामी विधान सभा सत्र के प्रथम दिन ही पटल पर रखने और किसानों को ऋण चुकाने बैंकों को नोटिस भेजने अथवा उनके विरुद्ध अन्य कोई क़ानूनी कार्यवाही करने पर रोक लगाने के लिए तीन दिन के भीतर राजपत्र में असामान्य (एक्स्ट्राऑर्डिनेरी) अधिसूचना के जरिए निर्देश पारित करना शामिल है.