रायपुर. राज्य सरकार द्वारा सोसाइटियों के माध्यम से किसानों को बेचे जा रहे खाद की बोरी का वजन कम होने के संबंध में जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ जे के संस्थापक अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी ने प्रदेश के मुख्य सचिव को पत्र लिखा है. इस पत्र में प्रदेश की सभी सोसाइटियों में रखे खाद के स्टाक एवं खाद से भरी बोरी के वजन का भौतिक सत्यापन कराने की मांग की गई है.

इस संबंध में जेसीसीजे प्रवक्ता नितिन भंसाली ने जानकारी देते हुए बतााया कि प्रदेश की भाजपा सरकार का किसानों के साथ किये जा रहे छल का यह ज्वलंत उदाहरण है. भंसाली ने बताया कि जब पार्टी सुप्रीमों को इस बात की जानकारी दी गई तो उन्हें विश्वास ही नहीं हुआ.

उन्होंने अपने विश्वस्त सहयोगियों को इसकी जांच करने के निर्देश दिये. एक सहयोगी द्वारा जिला मुंगेली के पथरिया ब्लॉक के अंतर्गत सिलदाह सोसायटी के आश्रित गंगवारी में इसकी जांच की तो खाद की बोरियों में 50किलोग्राम के स्थान पर प्रत्येक बोरी में 5 से 10किलोग्राम खाद की कमी पाई गई है.

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जोगी ने अपने पत्र में उल्लेख किया है कि यह प्रदेश की भाजपा सरकार द्वारा किया गया छल है. किसानों की आय को दोगुनी करने का दावा करने वाली भाजपा की सरकार अब इतने निम्न स्तर पर उतर आई है कि इन्हीं अन्नदाताओं के साथ अन्याय कर रही है.

विक्रयकर्ताओं को लाभ…

गौरतलब है कि वर्तमान समय खेती किसानी का समय है तथा किसान अपने-अपने खेतों के लिये सोसाइटी के माध्यम से खाद खरीदते हैं. जिसमें यूरिया, सुपर फास्फेट, डी.ए.पी. सहित कई प्रकार के खाद होते हैं. प्रत्येक बोरी में 5 से 10किलोग्राम खाद की कमी होने किसानों को तो कोई फायदा होते नहीं दिख रहा है बल्कि खाद निर्माताओं एवं विक्रयकर्ताओं को लाभ होता दिख रहा है.

भंसाली ने कहा कि सोसाइटियों में विभिन्न प्रकार के खाद प्रति बोरी 1200 से 2300 रूपये की दर से बेचा जा रहा है. खाद की मात्रा प्रति बोरी कम होने से किसानों को नुकसान हो रहा है तथा इसमें करोड़ों का घोटाला किया जा रहा है. जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ जे के सुप्रीमों ने प्रदेश सरकार के मुख्य सचिव से इस संबंध में शीघ्र पहल कर किसानों को न्याय दिलाने एवं प्रदेश की समस्त सोसाइटियों रखे खाद के स्टाक एवं प्रति बोरी वजन का भौतिक सत्यापन कराने की मांग की है.