![](https://lalluram.com/wp-content/uploads/2024/11/lalluram-add-Carve-ok.jpg)
बेंगलुरू। कर्नाटक विधानसभा चुनाव के नतीजों में किसी को भी स्पष्ट बहुमत नहीं मिलने के बाद भाजपा और कांग्रेस दोनों ही सरकार बनाने की कोशिशों में जुटे हुए हैं. जहां कांग्रेस ने जेडीएस के साथ गठबंधन करके सरकार बनाने की ठान ली है, तो वहीं भाजपा ने भी सरकार बनाने का दावा पेश कर दिया है. कर्नाटक में सरकार बनाने के लिए जमकर विधायकों की जोड़तोड़ की जा रही है.
अब ये राज्यपाल पर निर्भर करता है कि वे किस पार्टी को सरकार बनाने के लिए आमंत्रित करते हैं. इधर 113 विधायकों को लेकर कांग्रेस और जेडीएस राजभवन पहुंचे हैं. राज्यपाल से मिलकर कांग्रेस और जेडीएस विधायकों के समर्थन की चिट्ठी उन्हें सौंपी है.
इधर येदियुरप्पा आज दोपहर में राज्यपाल से मिलकर सरकार बनाने का दावा पेश कर चुके हैं.
इससे पहले कांग्रेस और जेडीएस की बैठक से गायब रहे 14 विधायक
इधर इस बात से भाजपा खेमे में खुशी की लहर है कि जेडीएस और कांग्रेस की बैठक से 14 विधायक नदारद रहे. यहां 78 में से 66 कांग्रेस विधायक मौजूद रहे. कर्नाटक के हैदराबाद क्षेत्र के चार कांग्रेस विधायक राजशेखर पाटिल, नरेंद्र और अनंत सिंह बैठक में नहीं पहुंचे. वहीं, जेडीएस के विधायकों में राजा वेंकटप्पा नायक और वेंकट राव नाडागौड़ा भी बैठक में शामिल नहीं हुए.
बता दें कि भाजपा कर्नाटक विधानसभा चुनाव में सबसे बड़ी पार्टी के तौर पर उभरी है. उसे 104 सीट मिली हैं, लेकिन पार्टी 224 सदस्यीय विधानसभा में जादुई आंकड़ा 112 सीट हासिल करने में सफल नहीं रही.