Bihar Politics: बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर सियासी बयानबाजी अब तेज गई है. कई पार्टियों के नेता अपने नफे नुकसान को देखते हुए पाला भी बदलने लगे हैं. एनडीए से नाराज चल रहे आरएलजेपी चीफ पशुपति पारस भी अपनी डूबती नैय्या को पार लगाने में जुटे हुए हैं. आरजेडी चीफ लालू यादव से वो तीन बार मुलाकात भी कर चुके हैं. महागठबंधन में जाने की उनकी चर्चा तेज हो गई है. इन सबके बीच जदयू प्रवक्ता नीरज कुमार ने पशुपति परास और आरजेडी पर बड़ा हमला बोला है.

लालू यादव से मिलने से कुछ नहीं होगा- जदयू

पशुपति पारस पर निशाना साधते हुए कहा है कि, बार-बार लालू यादव से मिलने से कुछ नहीं होगा. पावर तो किसी और के पास है. मुझे ये नहीं समझ आ रहा कि पावर सेंटर को वो क्यों नहीं समझ पा रहे हैं. नीरज कुमार ने पशुपति पारस को सलाह दी कि, आरजेडी में एक जगह नतमस्तक होने से नहीं होगा. वहां पांच से छह लोग हैं, जिनके सामने दंडवत होना होगा.

तेजस्वी यादव को लेकर कही ये बात

नीरज कुमार ने तेजस्वी यादव पर भी हमला बोला. उन्होंने कहा कि, वहां तो लालू यादव को निष्प्रभावी मान लिया गया है. लालू यादव की भावना को तो उनके बेटे तेजस्वी यादव ही नकार देते हैं. उन्होंने कहा कि, एक जगह दे दो राम दिला दो राम, देने वाला सीता राम करने से नहीं होगा. वहां पांच छह जगह याचना करनी होगी. उसके बाद याचिका सुननी होगी तो सुनी जाएगी.

महागठबंधन में शामिल हो सकती है पारस की पार्टी

दरअसल बिहार की राजनीतिक गलियारों में इस बात की चर्चा तेज है कि पशुपति पारस की पार्टी महागठबंधन में शामिल हो सकती है. वहीं, राजद भी छोटे सहयोगी दलों के साथ गठबंधन कर अपनी ताकत बढ़ाना चाहती है. उन्हें 15 जनवरी को ही आरजेडी से ऑफर भी मिल गया है, जब पशुपति पारस ने पटना में दही-चूड़ा भोज का आयोजन किया था. इसमें आरजेडी चीफ लालू यादव भी उनके घर पहुंचे थे. वहीं, अब देखने वाली बात यह है कि पशुपति पारस कब और कैसे महागठबंधन में शामिल होते हैं.

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