कुंदन कुमार/पटना: केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने तेजस्वी यादव के द्वारा वक्फ कानून बिल को कचरे के डब्बे में डालने के सवाल पर कहा कि यह उनकी ना समझी है. वक्फ कानून किसी व्यक्ति विशेष का नहीं है. वह सबके हित के लिए है.
‘वह विरोध करेंगे ही’
उसमें टेक्निकल कॉलेज या विश्वविद्यालय बनाया जा सकता है, जो भी समाज के लिए काम किया जाए, जो अभी तक नहीं किया गया है, जिनको समझ है, वह विरोध नहीं कर रहे हैं, जिनको समझ नहीं है, वह विरोध करेंगे ही.
‘अनुभव की कमी दिखती है’
वहीं, चिराग पासवान के द्वारा चुनाव लड़े जाने और दलितों के हितैषी बताए जाने पर चुटकी लेते हुए कहा कि जो कह कर के काम करता है, कहीं ना कहीं उन्हें समझदारी में कमी है की सरकारी पैसे सभी के होते हैं. केवल शेड्यूल कास्ट के ही पैसे नहीं होते हैं, जिसको आवश्यकता है, उसकी सेवा करने की जरूरत है. इस तरह की बात करना एकांगी बात है, इसमें उन्हें अनुभव की कमी दिखती है.
- लल्लूराम डॉट कॉम की खबरें English में पढ़ने यहां क्लिक करें
- खेल की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
- मनोरंजन की बड़ी खबरें पढ़ने के लिए क्लिक करें
- छत्तीसगढ़ की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- उत्तर प्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें