Jodhpur News: जोधपुर, जल संसाधन विभाग के मुख्य अभियंता, अधीक्षण अभियंता और अधिशासी अभियंता को राजस्थान सरकार ने निलंबित कर दिया है. तीनों अधिकारियों का मुख्यालय जयपुर में रखा गया है.
दरअसल, जालोर की एक संवेदक फर्म ने तीन टेंडर लेने में फर्जीवाड़ा किया और गलत एफडीआर की कॉपी दे दी. जालोर के अधिशासी अभियंता सुनील रतनानी ने इस एफडीआर की जांच नहीं की. इसके बाद जब मामला खुला तो संवेदक ने एफडी तो बदल दी, लेकिन इस पर एफआईआर नहीं हुई एफआईआर के लिए जब जालोस कार्यालय से लिखा गया त जोधपुर के मुख्य अभियंता अम सिंह ने रोक दिया और कहा कि संवेदक ने एफडी बदल दी है और सरकार को कोई नुकसान नहीं हुआ है.
इस मामले में मुख्य अभियंता जोधपुर अमरसिंह व जालोर के अधिशासी अभियंता सुनील रतनानी की भूमिका संदिग्ध पाई गई. इसके साथ ही जोधपुर के अधीक्षण अभियंता रिनेश सिंघवी को भी जिम्मेदार मानते हुए सरकार ने तीनो अधिकारियों को निलंबित कर दिया है.
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